लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने सिटी मोन्टेसरी स्कूल, राजाजीपुरम (प्रथम कैम्पस) की मेजबानी में आयोजित इण्टरनेशनल आर्केस्ट्रा ‘कार्मिना बुराना’ का उद्घाटन किया। इसमें 27 देशों के 300 से अधिक संगीतकारों ने एक साथ एक छत के नीचे वैश्विक धुनों व संस्कृतियों का अनुपम संगम प्रस्तुत कर दर्शकों का मन जीत लिया। इस अवसर पर भारत में आस्ट्रिया की राजदूत सुश्री कैथरीन वाइजर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थिति थी।
इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्य अतिथि श्री दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि सी.एम.एस. ने संगीत के माध्यम से एकता, शान्ति व सौहार्द स्थापित करने की जो स्वस्थ पहल की है, वह स्वागत योग्य है। आज सारी दुनिया विज्ञान एवं टैक्नोलॉजी के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़ी हुई है, परन्तु संगीत लोगों के दिलों को जोड़ता है। मैं इस वृहद आयोजन हेतु सी.एम.एस. परिवार को साधुवाद देता हूँ।
इस लाइव कन्सर्ट में आज 27 देशों के 300 से अधिक संगीतकारों ने जर्मन संगीतकार कार्ल ओर्फ द्वारा रचित गीतों की एकल व सामूहिक प्रस्तुतियों का ऐसा अद्भुद समाँ बाँधा कि दर्शक रोमांचित हो उठे और सम्पूर्ण ऑडिटोरियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूँज उठा।
कार्ल ओर्फ के विश्व प्रसिद्ध गीत ‘ओ फार्च्यूना’ लाजवाब प्रस्तुति ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। यह गीत भाग्य और कर्म की शक्तियों का विष्लेषण करता है और इंसान के भाग्य चक्र अथवा भाग्य के पहिये की विशेषताओं का उजागर करता है।
कन्सर्ट का नेतृत्व प्रख्यात संगीतज्ञ श्री विजय उपाध्याय ने किया, जिसमें वायलिन, वायलास, चेलोज, डबल बेस, हाप, बांसुरी, फ्रेन्च हार्न, ओब, क्लैरिनेट, ट्राम्बोन, ट्रम्पेट, टुबास, ड्रम, टिम्पनी आदि लगभग 100 वाद्ययंत्रों का उपयोग किया गया। जहाँ एक ओर, सामूहिक प्रस्तुतियों में ‘ओ फार्च्यून प्लेंगो वलनेरा’, ‘वेरिस लेट फेसीज’, ‘ओम्निया सोल टम्परेट’, ‘एव फॉरमोसिस्मा’ एवं ‘फ्लोरेट सिल्वा’ आदि अनेक गीतों ने दर्शकों का दिल जीत लिया तो वहीं दूसरी ओर एकल गायन में सुश्री जीनस येगन, सोप्रानो लुइस कार्लाेस, हर्नान्डेज ल्यूक, टेनर जुबिन अमीरी एवं बैरिटोन अपनी स्वरलहरियों की छटा बिखेरकर इस भव्य समारोह को यादगार बना दिया।
सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने इस अवसर पर कहा कि यह अन्तर्राष्ट्रीय आर्केस्ट्रा अनेकता में एकता का परिचायक है और ‘जय जगत’ अर्थात ‘समस्त मानवता का कल्याण हो’ की भावना पर आधारित है। सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने कहा कि ‘कार्मिना बुराना’ अपने आप में लघु विश्व की अनूठी झाँकी है। ‘कार्मिना बुराना’ की मेजबान सी.एम.एस. राजाजीपुरम (प्रथम कैम्पस) की प्रधानाचार्या सुश्री निशा पाण्डेय ने भारी संख्या में उपस्थित दर्शको का हार्दक आभार व्यक्त किया।
इस अन्तर्राष्ट्रीय संगीत महोत्सव में जिन 27 देशों के संगीतकारों ने प्रतिभाग किया, उनमें आस्ट्रिया, अर्जेन्टीना, बोस्निया एण्ड हर्जेगोविना, ब्रिटेन, कनाडा, चीन, क्रोएशिया, साइप्रस, ग्रीस, चेक रिपब्लिक, जर्मनी, इजिप्ट, फिनलैंड, हंगरी, इटली, न्यूजीलैंड, पोलैण्ड, रूस, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, साउथ अफ्रीका, साउथ कोरिया, स्पेन, स्विटजरलैण्ड, अमेरिका, वेनेजुएला एवं भारत प्रमुख हैं। ‘कार्मिना बुराना’ का आयोजन इण्डिया नेशनल यूथ आर्केस्ट्रा, फिलहार्माेनिक वियना आर्केस्ट्रा, आस्ट्रिया, एसोसिएटेड बोर्ड ऑफ रायल स्कूल ऑफ म्यूजिक, लंदन एवं सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में सम्पन्न हुआ।