नयी दिल्ली: कविता पंत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले अपने स्वार्थ की खातिर अब मानवता के दुश्मनों तथा आतंकवादियों के साथ खड़े हो गए हैं और देश की एकता को खतरे में डाल रहे हैं जिनसे हर हाल में सावधान रहना होगा।
कांग्रेस नेता श्रीमती सोनिया गांधी के इज़रायल हमास संघर्ष के बारे में लेख के दो दिन बाद मोदी ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि देश की एकता के रास्ते में, हमारी विकास यात्रा में सबसे बड़ी रुकावट है तुष्टीकरण की राजनीति। भारत के बीते कई दशक साक्षी हैं कि तुष्टीकरण करने वालों को आतंकवाद, उसकी भयानकता और उसकी विकरालता कभी दिखाई नहीं देता।
सोनिया गांधी ने लेख में लिखा है कि डेढ़ दशक से अधिक समय से इजरायल की निरंतर नाकेबंदी ने गाजा को 20 लाख निवासियों के लिए श्खुली हवा वाली जेलश् में बदल दिया है। कांग्रेस, हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा के उस प्रस्ताव पर मतदान के दौरान भारत की अनुपस्थिति का कड़ा विरोध करती हैजिसमें गाजा में इजरायली बलों और हमास के बीच तत्काल, टिकाऊ और निरंतर मानवीय संघर्ष विराम के लिए शत्रुता को समाप्त करने का आह्वान किया गया था।
उल्लेगखनीय है कि इस प्रस्तालव में हमास का जिक्र नहीं किये जाने के कारण भारत ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने पलटवार करते हुये कहा कि तुष्टीकरण करने वालों को मानवता के दुश्मनों के साथ खड़े होने में संकोच नहीं हो रहा है। वे आतंकवादी गतिविधियों की जांच में कोताही करते हैं। वे देशविरोधी तत्वों पर सख्ती करने से बचते हैं। तुष्टीकरण की ये सोच इतनी खतरनाक है कि वे आतंकवादियों को बचाने के लिए अदालत तक पहुंच जाते है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसी सोच से किसी समाज का भला नहीं हो सकता। इससे कभी देश का भी भला नहीं हो सकता। एकता को खतरे में डालने वाली ऐसी सोच से हर-पलहर समयदेश के हर कोने मेंहर देशवासी को सावधान रहना है।
मोदी गुजरात में नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध के निकट केवड़िया मेंदेश प्रथम गृह मंत्री और लौह पुरूषसरदार वल्लिभभाई पटेल की जयंती पर सरदार पटेल की विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर पुष्पांजलि अर्पित करके श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री ने गुजरात में 160 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया जिनमें एकता नगर से अहमदाबाद तक हेरिटेज ट्रेन का शुभारंभ शामिल है।
मोदी ने कहाकि अभी देश में चुनाव का भी माहौल बना हुआ है। राज्यों में चुनाव की प्रक्रिया चल ही रही है और अगले साल लोकसभा के भी चुनाव होने वाले हैं। देश में एक बहुत बड़ा राजनीतिक धड़ा ऐसा है जिसे सकारात्मक राजनीति का कोई तरीका नहीं दिख रहा।
उन्हों ने कहा कि दुर्भाग्य से ये धड़ा ऐसे-ऐसे हथकंडों को अपना रहा है, जो समाज और देश के खिलाफ है। ये धड़ा अपने स्वार्थ के लिए देश की एकता अगर टूटती भी हैतो उनके लिए उनका स्वार्थ सर्वाेपरि है। इसलिए इन चुनौतियों के बीच आप मेरे देशवासी, जनता-जनार्दन, आपकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो गई है। ये लोग देश की एकजुटता पर चोट करके अपना राजनीतिक हित साधना चाहते हैं। देश इनसे सतर्क रहेगा, तभी विकास के अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर पाएगा।
मोदी ने कहा कि हमें विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए देश की एकता बनाए रखने का प्रयास एक पल भी छोड़ना नहीं है।एक कदम भी पीछे रहना नहीं है। हमें निरंतर एकता के मंत्रों के साथ जीना है। एकता को साकार करने के लिए हमें अपना निरंतर योगदान देना है। हम जिस भी क्षेत्र में होंगे उसमें अपना शत-प्रतिशत देना है। आने वाली पीढ़ियों को बेहतर भविष्य देने का केवल ये उत्तम से उत्तम मार्ग है।