लखनऊ। उप्र के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में निजी क्षेत्र के अन्तर्गत विश्वविद्यालय एवं परिसर दूरस्थ केंद्र की स्थापना के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में समिति के समक्ष निजी क्षेत्र के अन्तर्गत विश्वविद्यालय की स्थापना के संबंध में 4 प्रस्ताव प्रस्तुत किये गये। विचार-विमर्श के उपरान्त समिति ने 4 निजी विश्वविद्यालय-के0 डी0 विश्वविद्यालय-मथुरा, गांधी विश्वविद्यालय-झांसी, अजय कुमार गर्ग विश्वविद्यालय-गाजियाबाद, चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी-उन्नाव को आशय पत्र जारी करने की संस्तुति की।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था वन ट्रिलियन डॉलर बनने की ओर अग्रसर है। ईज ऑफ डुइंग बिजनेस के तहत प्रदेश में निवेश के लिये अनुकूल वातावरण बना हुआ है। साथ ही, प्रदेश में ही युवाओं को बेहतर ढंग से उच्च शिक्षा हासिल हो सके इसके लिए शासन लगातार प्रयास कर रहा है। अब तक प्रदेश में 34 नये निजी विश्वविद्यालयों को स्थापित करने के लिये मंजूरी प्रदान की जा चुकी है, इसमें से 08 क्रियाशील हो चुके हैं। इनकी स्थापना से प्रदेश में शिक्षा के स्तर में सुधार होगा और विद्यार्थियों को प्रदेश में ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त होगी। इसके अलावा लोगों के लिये रोजगार के नये अवसर भी सृजित होंगे।
बैठक में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एम पी अग्रवाल सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण व वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारी एवं संबंधित विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधिगण आदि उपस्थित थे।