मथुरा (श्याम बिहारी भार्गव )। मेडिकल बेस्ट उठाने वाली गाडियों में जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम अनिवार्य होगा। जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि उठाया गया मेडिकल बेस्ट बायो रेमिडेशन प्लांट तक पहुंचा। जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला गंगा, पर्यावरण एवं वृक्षारोपण समिति की बैठक ली। क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देशित किया कि जनपद में प्रदूषण से संबंधित जो कार्य किए जा रहे हैं उनका निरीक्षण करते रहें तथा फैक्ट्री, कम्पनी, फर्म आदि द्वारा प्रदूषण मानकों का शत प्रतिशत पालन सुनिश्चित किया जाये। हानिकारक वेस्ट पर नियमानुसार कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध भी करे और इससे पर्यावरण पर होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में नागरिकों को जागरूक किया जाये। जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन के अंतर्गत स्वास्थ्य केंद्रों से जो अपशिष्ट उठान हो रहा है, का समय समय पर निरीक्षण करते रहे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मेडिकल बेस्ट उठाने वाली कम्पनी को निर्देशित किया जाये कूड़ा उठाने वाली सभी गाडियों पर जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम लगायें तथा निरंतर निगरानी रखें। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन कांस्ट्रक्शन वेस्ट, ई वेस्ट, जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन के निस्तारण की प्रगति की बिंदुवार समीक्षा की। जनपद में कारखानों, प्लांट एवं फैक्ट्री में प्रदूषण मानकों की जांच निरंतर करते रहे। ससमय सी.एम. डैशबोर्ड पर भरने वाले डाटा को अपलोड करे। बायो रेमिडिएशन प्लांट के बारे में जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि वेस्ट का निस्तारण कराएं। जिलाधिकारी ने यमुना के किनारे स्थित समस्त गांव एवं घाटों की साफ सफाई के निर्देश दिये तथा वृक्षारोपण कराना सुनिश्चित करे। सॉलिड वेस्ट को ग्राम स्तर पर निस्तारित कराना सुनिश्चित करे।
67 ग्रावों के गंदे पानी को युमना में गिरने से रोका जाएगा
जिलाधिकारी ने कहा कि यमुना जी के किनारे स्थित 67 ग्रामों के नालों का पानी यमुना में नहीं जाना चाहिए। यमुना जी को स्वच्छ रखें। जिलाधिकारी ने डीपीआरओ, नगर निगम तथा समस्त ईओ को निर्देश दिए कि सॉलिड बेस्ट मैनेजमेंट का निस्तारण कराए। श्री सिंह ने अधिशाषी अधिकारी नगर निगम, नगर पालिका परिषद तथा नगर पंचायत के अधिकारियों से कहा कि सभी वार्डाे में स्वच्छता का विशेष ध्यान दे और कूड़ा का उठान समय से कराते हुए निगरानी भी करे। जिलाधिकारी ने नगर निगम के अधिकारयों को निर्देश दिये कि नालों की टैपिंग करें। जिलाधिकारी ने घाटों पर आरती, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि के आयोजन करने के निर्देश दिये।
बैठक में सीडीओ मनीष मीना, एडीएम वित्त एवं राजस्व योगानंद पाण्डेय, डीएफओ रजनी कांत मित्तल, सिंचाई विभाग, डीसी मनरेगा विजय पाण्डेय, उपायुक्त उद्योग रामेन्द्र कुमार, जिला विकास अधिकारी गरिमा खरे, डीपीआरओ किरन चौधरी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।