फिरोजाबादः जन सामना संवाददाता। शनिवार को चंद्राप्रभु मंदिर में आचार्य निर्भय सागर महाराज ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में घटित घटनाएं अगले क्षण ही इतिहास बन जाती है। जीवन में वर्तमान समय में किये गये कार्य अगले क्षण में भाग्य बन जाते है। भाग्य को कोशना नहीं चाहिए, बल्कि सराहना करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि धर्म कार्य में खर्च किया गया पैसा पुण्य का रूप ले लेता है और बुरे कार्य में खर्च किया गया पैसा पाप रूप ले लेता है। पैसा यही रह जाता है, लेकिन पाप और पुण्य आदमी के साथ चले जाते है। इसलिए पैसे को धर्म कार्य में खर्च करना चाहिए। आचार्यश्री ने कहा कि कट्टरपंथी मत बनो कट्टर इंसान बनो, लोक तांत्रिक देश में कट्टरपंथी बनने से नहीं कट्टर इंसान बनने से देश में सुख शांति और समृद्धि बढ़ेगी। देश के विकास और उज्जवल भविष्य के लिए बच्चों का संस्कारित होना आवश्यक है। जब-जब कट्टर पंथ उभर कर आये है तब तब युद्ध हुए है। कार्यक्रम का संचालन अरुण जैन पीली कोठी और ललतेश जैन ने किया।
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