मथुरा। मंदिरों की नगरी मथुरा वृंदावन की सरकार (नगर निगम) की कार्य प्रणाली मॉडल बन रही है। धार्मिक पर्यटकों की लगातार आमद, बड़े-बड़े भीड़ भाड़ वाले आयोजनों के बीच मंदिरों के आसपास और समूचे नगर को स्वच्छ और साफ सुथरा रखना किसी चुनौती से कम नहीं है। बावजूद इसके मथुरा वृंदावन की सफाई और मैनेजमेंट लोगों को आकर्षित करता है। दूसरे नगर निगम भी इसे समझने और देखने के लिए आ रहे हैं, जिससे अपने यहां की व्यवस्थाओं को दुरूस्त और बेहतर कर सकें। नगर पालिक निगम देवास (मध्य प्रदेश) के महापौर के साथ 30 पार्षदों द्वारा नगर निगम मथुरा वृन्दावन का भ्रमण किया गया। भ्रमण के दौरान देवास के महापौर एवं पार्षदों द्वारा श्री द्वारिकाधीश मंदिर एवं श्रीकृष्ण जन्मस्थान के आस पास सफाई व्यवस्था, शौचालय एवं सौंदर्यीकरण सभी कार्यों का अवलोकन करते हुए मंदिरों के दर्शन किये। इसके उपरान्त नगर निगम मथुरा वृन्दावन के महापौर विनोद अग्रवाल एवं नगर आयुक्त शशांक चौधरी ने देवास के महापौर एवं पार्षदों के समक्ष प्रेजेंटेशन के माध्यम से नगर निगम मथुरा वृन्दावन के कार्यों से अवगत कराया। नगर आयुक्त द्वारा प्रेजेन्टेशन के माध्यम से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, साफ सफाई, राज्य स्मार्ट सिटी योजना के अन्तर्गत आईटीएमएस के सम्बन्ध में विस्तृत रूप से अवगत कराया गया। इसके उपरान्त नगर निगम मथुरा वृन्दावन के महापौर द्वारा देवास के महापौर को पटुका एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इसी क्रम में नगर निगम मथुरा वृन्दावन के कार्यकारिणी के पार्षदों द्वारा देवास के पार्षदगणों को पटुका एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इसके उपरान्त देवास के महापौर एवं पार्षदगणों द्वारा नगर निगम जनरलगंज स्थित कार्यालय में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेन्टर सिस्टम के बारे में जानकारी ली गयी। तत्पश्चात महापौर एवं पार्षदगणों द्वारा नगला कोल्हू स्थित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के संचालन का अवलोकन किया गया तथा नगला कोल्हू में निर्माणाधीन एमआरएफ सेन्टर का अवलोकन किया गया।