नई दिल्लीः राजीव रंजन नाग। वंशवाद की राजनीतिक को धत्ता बतते हुए भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। पहली सूची में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज नई दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी। इस सीट से दो दफा चुनाव जीतीं मौजूदा विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी का टिकट काट दिया गया है। अपने नाम की घोषणा के तुरंत बाद, सुश्री स्वराज ने कहा कि वह अपनी मां द्वारा स्थापित विरासत को कायम रखने की कोशिश करेंगी, उन्हें यकीन है कि वह स्वर्ग से उन्हें आशीर्वाद देंगी। सुश्री स्वराज ने कहा, ’मुझे पता है कि मुझ पर मां (सुषमा स्वराज) का आशीर्वाद है। लेकिन यह उपलब्धि बांसुरी स्वराज की नहीं, बल्कि दिल्ली बीजेपी के हर कार्यकर्ता की है।’ बांसुरी स्वराज, एक प्रतिष्ठित वकील, राजनीतिक क्षेत्र में कानूनी प्रक्रियाओं में समृद्ध अनुभव लेकर आती हैं। पिछले साल, भाजपा ने उन्हें भाजपा दिल्ली के कानूनी प्रकोष्ठ का सह-संयोजक नियुक्त किया था। बांसुरी स्वराज के पास कानूनी पेशे में पंद्रह वर्षों का शानदार अनुभव है, उन्होंने 2007 में बार काउंसिल ऑफ दिल्ली में दाखिला लिया था।
वारविक विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने प्रतिष्ठित बीपीपी लॉ (लंदन में) में कानून की डिग्री हासिल की। उनकी शैक्षणिक यात्रा में लॉ में बैरिस्टर के रूप में अर्हता प्राप्त करना और लंदन के ऑनरेबल इन इनर टेम्पल से बार में बुलाया जाना शामिल है। अपनी कानूनी साख को और बढ़ाते हुए, उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के सेंट कैथरीन कॉलेज से मास्टर ऑफ स्टडीज की पढ़ाई पूरी की। अपने पेशेवर करियर के दौरान, बांसुरी ने विभिन्न न्यायिक मंचों पर विवादास्पद मुकदमेबाजी में हाई-प्रोफाइल याचिकाकर्तों का प्रतिनिधित्व करते हुए, कानूनी क्षेत्र में अपने लिए एक जगह बनाई है। उनकी विशेषज्ञता कानूनी क्षेत्रों की एक विस्तृत श्रृंखला तक फैली हुई है, जिसमें अनुबंध, रियल एस्टेट, कर, अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक मध्यस्थता और आपराधिक मुकदमे से जुड़े विवाद शामिल हैं। बांसुरी स्वराज ने पिछले साल उस समय सुर्खियां बटोरीं जब उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (संशोधन) विधेयक, 2023 को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर तीखा हमला किया।
आगामी लोकसभा चुनावों में 370 सीटें जीतने के अपने लक्ष्य की दिशा में काम करते हुए भारी बढ़त हासिल करने की उम्मीद करते हुए, भाजपा ने आज चुनाव की तारीखों की अधिसूचना से पहले ही 195 उम्मीदवारों की सूची की घोषणा कर दी। इस सूची में पार्टी के सबसे मजबूत दावेदारों में शामिल हैं, पीएम नरेंद्र मोदी, जो तीसरी बार वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे, और गृह मंत्री अमित शाह, जिन्हें गुजरात के गांधीनगर से फिर से मैदान में उतारा जाएगा।
शनिवार को लोकसभा चुनावों के लिए अपने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट का ऐलान कर दिया। 16 राज्यों और 2 केंद्रशासित प्रदेशों के कुल 195 उम्मीदवारों वाली इस लिस्ट में कई नाम चौंकाने वाले रहे। इनमें पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज का नाम भी शामिल है। पार्टी ने दिल्ली बीजेपी की सचिव बांसुरी स्वराज को नई दिल्ली से चुनावी मैदान में उतारा है। दिल्ली में बीजेपी ने कुल 5 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है। इनमें से जहां बांसुरी स्वराज को नई दिल्ली से टिकट दिया गया है, वहीं चांदनी चौक से प्रवीण खंडेलवाल, उत्तर-पूर्वी दिल्ली से मनोज तिवारी, पश्चिमी दिल्ली से कमलजीत सहरावत और दक्षिणी दिल्ली से रामवीर सिंह बिधूड़ी को मैदान में उतारा है। ऐसे में पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन, प्रवेश वर्मा और रमेश बिधूड़ी को उनकी मौजूदा लोकसभा सीटों से टिकट नहीं दिया गया है। बाकी की दो सीटों में से एक पूर्वी दिल्ली में सांसद गौतम गंभीर का भी टिकट कटना तय है।
2019 के चुनावों में भाजपा ने दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी। दिल्ली में बीजेपी ने उन चुनावों में कुल 56.9 फीसदी वोटों पर अपना कब्जा किया था। हालांकि इस बार पार्टी के सामने थोड़ी कठिन चुनौती होगी क्योंकि लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने गठबंधन किया है। दोनों पार्टियों के मध्य हुए समझौते के मुताबिक, आम आदमी पार्टी दिल्ली में 4 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि कांग्रेस 3 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। पिछले चुनावों में 7 में 5 सीटों पर कांग्रेस और 2 सीटों पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार नंबर 2 पर रहे थे।