फिरोजाबाद। मंगलवार को अस्पताल में एसडीएम सदर घूंघट में जा पहुंची। उन्होंने आम मरीजों की तरह लाइन में खड़े होकर पर्चा बनवाया। चिकित्सक को दिखाने के लिए भी लाइन में लगीं। जब चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों को उनकी सच्चाई पता चली, तो वहां अफरा-तफरी मच गई। एसडीएम सदर कृति राज मंगलवार को जिला मुख्यालय से तहसील आने के लिए निकलीं थीं। इसी बीच किसी ने फोन कर दीदामई स्थित शकीला नईम स्वास्थ्य केंद्र पर समय से चिकित्सक न आने की शिकायत की। वह तहसील जाने के बजाए स्वास्थ्य केंद्र का गोपनीय तरीके से निरीक्षण करने पहुंची। उन्होंने गाड़ी को अस्पताल से काफी दूर छोड़ दिया था, इसके बाद में वह घूंघट ओढ़कर अस्पताल में मरीज बन कर पहुंची। आम मरीजों की तरह लाइन में लगकर दूसरे नाम से पर्चा बनवाया। चिकित्सक को दिखाने के लिए भी लाइन में लगीं। इस दौरान चिकित्सक का मरीजों के प्रति व्यवहार अच्छा नहीं दिखा। साथ ही उनको काफी अव्यवस्थाएं भी मिलीं। जब घूंघट हटाकर निरीक्षण किया, तो चिकित्सा और कर्मचारियों के होश उड़ गए। जांच करने पर अस्पताल में ओआरएस के पैकेट, कुत्ते काटने के इंजेक्शन और स्टोर में रखी 50 प्रतिशत से अधिक दवाएं एक्सपायर मिलीं। यह दवाएं काफी महंगी थीं। कई स्वास्थ्य कर्मी उपस्थिति रजिस्टर में साइन करके नदारत थे।