Sunday, November 24, 2024
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1967 में इन्दिरा ने जिले में रखी थी विकास गोष्ठी की नींव, प्रत्येक वर्ष स्वयं करती थी अध्यक्षता

फाइल फोटो : तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की अध्यक्षता में आयोजित विकास गोष्ठी में जनपद रायबरेली के विकास के मुद्दों को रखते हुए स्वर्गीय पंडित गया प्रसाद शुक्ला उर्फ गुरुजी

रायबरेली। करीब 94 वर्ष पहले रायबरेली की धरती पर पहली बार इंदिरा गांधी ने कदम रखा था। 1930 से जुड़ा है यह नाता, जब महात्मा गांधी ने उत्तर प्रदेश का नमक सत्याग्रह का केंद्र जनपद रायबरेली को बनाया था। जिसमें भाग लेने के लिए वर्ष 1930 में अपने बाबा मोतीलाल नेहरू एवं दादी कमला नेहरू के साथ 12 वर्षीय इंदिरा गांधी जिन्हें प्यार से लोग ’इंदू’ कहते थे, प्रथम बार जनपद रायबरेली में आई थी। उस समय शायद किसी ने सोचा भी न होगा कि 12 वर्षीय यह बच्ची एक दिन भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री बनेगी। 1952 और 1957 में फिरोज गांधी ने जनपद रायबरेली से लोकसभा का चुनाव लड़ा और 1967 में जनपद रायबरेली से इंदिरा गांधी ने अपना पहला लोकसभा चुनाव लड़ा। इंदिरा गांधी का जनपद रायबरेली से विशेष लगाव था, वह रायबरेली को अपना परिवार मानती थी। जनपद रायबरेली के चौतरफा विकास के लिए इंदिरा गांधी ने 1967 में एक विकास गोष्ठी की नींव रखी थी, और यह गोष्ठी प्रत्येक वर्ष आयोजित होती रही जिसमे सिर्फ जिले के चौतरफा विकास की ही चर्चा होती थी। गौरतलब यह भी है कि इस विकास गोष्ठी की अध्यक्षता स्वयं इंदिरा गांधी करती थी। जिसमें भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री, राज्य सरकार के मंत्री, क्षेत्रीय विधायक, जिला परिषद अध्यक्ष आदि सम्मिलित होते थे। जिले में स्थापित इंडियन टेलिफोन इंडस्ट्री, शारदा नहर, एनटीपीसी, केंद्रीय विद्यालय आदि इसी विकास गोष्ठी का नतीजा है, जो इंदिरा ने रायबरेली की जनता को उपहार स्वरूप दिया। सोनिया गांधी ने अपनी सास के पद चिन्हों पर चलते हुए जनपद रायबरेली से वही प्रेम स्नेह बनाकर रखा और जनपद रायबरेली से वर्ष 2004 में अपने जीवन का दूसरा लोकसभा चुनाव लड़ा और भारी मतों से जीता। वर्ष 2006 के उपचुनाव के अलावा वर्ष 2009 वर्ष 2014 वर्ष 2019 के लोकसभा के चुनाव में रायबरेली की जनता के भरोसे को जीतकर यहाँ से विजयश्री हासिल की।