चार मासूमों को छोड़ प्रेमी के संग फरार
एक मासूम की मौत तो दूसरा मौत -जिन्दगी के बीच जूझ रहा अस्पताल में
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। कलयुग में मां भी अब कुमाता बन गयी है। मासूम बच्चों को तड़पता छोड कर प्रेमी के साथ गायब हो गयी। मां की याद में एक बच्चे ने तो दम तोड़ दिया। दूसरा बच्चा जिला अस्पताल में मौत व जिन्दगी से जूझ रहा है। बूढ़ी दादी मासूम बच्चो का लालन-पालन कर रही है।
बताते चले कि भारतीय संस्कृति में माता का ममतामय कहा गया है। लेकिन इस कलयुग में माॅ अपने स्वास्थ्य के कारण ममता को तड़पता छोड़ कर प्रेमी के संग रंगरलिया मनाने निकल जाती है। ऐसा ही दृश्य उस समय देखने को मिला, जब बुधवार की दोपहर सरकारी ट्रामा सेन्टर में छः वर्श के मासूम हर्शवर्धन पुत्र अनिल कुमार निवासी सैलई रामगढ़ बीमार हालत में अपनी मां को याद कर रहा था। क्यो कि इस की मां छः माह पूर्व पड़ोस के ही युवक के प्रेम जाल में फंस कर हर्षवर्धन को तीन छोटे भाई निखिल, धम्मरतन, सहित को रेलवे स्टेशन पर तड़पता छोड कर भाग निकली थी। कुछ समय बाद साहिल मां की याद में इस दुनिया को छोड़ कर चला गया। हर्ष भी मां की याद में बीमार पड़ा हुआ है। उक्त घटना की जानकारी देते हुए वृद्ध दादी मुन्नीदेवी ने बताया कि बच्चों की मां गीतादेवी पड़ोस के ही के के नामक युवक के साथ मासूमों को छोड़ कर भाग निकली। जिला अस्पताल में मौजूद हर कोई बीमार मासूम को देख बच्चो की मां को कुमाता, तो कोई अभागिन कहकर सम्बोधित कर रहा था।