कानपुर नगरः अवनीश सिंह। नौबस्ता थानाक्षेत्र निवासी मेडिकल स्टोर संचालक की पत्नी ने अपने प्रेमी संग मिलकर उसकी हत्या कर दी। यह खुलासा तब हुआ जब मेडिकल स्टोर संचालक के पिता ने थाना में गुमशुदगी दर्ज करवाई और पुलिस ने गहराई से छानबीन की। पुलिस ने आरोपी महिला व उसके प्रेमी को जेल भेज दिया और बच्चों को परिजनों को सौंप दिया।
बुधवार को एडीसीपी अंकिता शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि नौबस्ता थाना क्षेत्र निवासी मेडिकल स्टोर संचालक प्रतीक शर्मा 6 मार्च को अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ अयोध्या अपनी ससुराल गए थे। 12 मार्च को प्रतीक की पत्नी अपने बच्चों को साथ लेकर ससुराल लौटी तो परिजनों ने बहू से प्रतीक के बारे में पूंछा तो जिस पर उसने परिजनों को बताया कि प्रतीक की गाड़ी बाराबंकी में खराब हो गई है। दो-तीन दिन बाद आयेंगे। इस बीच परिजनों द्वारा लगातार प्रतीक के नम्बर पर सम्पर्क किया गया लेकिन सम्पर्क नहीं हुअ। 16 मार्च को वह अपने बच्चे को दवा दिलाने की बात परिजनों से कहकर ससुराल से चली गई। दो तीन दिन तक बेटे व बहू से सम्पर्क न होने के चलते परिजनों ने 21 मार्च को प्रतीक व बच्चों की गुमशुदगी की तहरीर थाना नौबस्ता में दी। पुलिस द्वारा सर्विलांस की मदद से जांच शुरू की गई जिसमे जानकारी मिली कि प्रतीक की पत्नी ने 10 मार्च को अपने प्रेमी आयुष शर्मा के साथ मिलकर लखनऊ के चारबाग स्थित होटल में शराब में दवा का हेवी डोज मिलाकर प्रतीक शर्मा की हत्या कर दी थी। इसके बाद हजरतगंज थाना में उसका पंचायतनामा भरा कर अंतिम संस्कार भी कर दिया।
पुलिस अधिकारी के अनुसार, 16 मार्च को आरोपी महिला अपने बच्चों को लेकर प्रेमी आयुष के साथ राजस्थान चली गई। हैरानी वाली बात यह निकल कर आई कि प्रतीक की हत्या के बाद आरोपियों द्वारा लगातार प्रतीक के मोबाइल का उपयोग किया गया और भ्रमित करने के लिए कई लोगों को मैसेज भी किया गया। अभियुक्त आयुष शर्मा मृतक प्रतीक का खास दोस्त था जो कि मेडिकल स्टोर में दवा वितरण का कार्य करता था। एक वर्ष पूर्व आयुष की प्रतीक से मित्रता हुई थी पिछले कुछ महीनों से आयुष प्रतीक के घर में आने जाने लगा उसी बीच प्रतीक की पत्नी से उसके सम्बन्ध स्थापित हो गए और वो सम्बन्ध इस स्तर तक पहुंच गए कि दोनों ने प्रतीक को रास्ते से हटाने का खेल खेल डाला।