♦ न्यूनतम 28 और अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ
मथुरा: संवाददाता। तीन दिन और हीटवेव चलेगी। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। 17 से 20 मई के मध्य में जनपद मथुरा में हीट वेव (लू) चलने की सम्भावना हैं। सीनियर टेक्निकल असिस्टेंट राया तापमान केन्द्र शिवांकर भदौरिया ने बताया कि शुक्रवार को दिन का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। हीट वेव (लू) असामान्य रूप से उच्चतम तापमान की अवधि है जब तापमान सामान्य तापमान से अधिक दर्ज किया जाता है। आगामी दिनों में जनपद में परिस्थितियां हीट वेव (लू) के अनुकूल बनी हुई है। उच्च आद्रता तथा वायुमंडलीय परिस्थितियों के कारण उच्च तापमान लोगों को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है, जिसके कारण शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) एवं ऐंठन की शिकायत आती है और कभी कभी इसके कारण लोगों की मौत भी हो जाती हैं। शहरी क्षेत्रों में तापमान उच्चतम हो जानें से अर्बन हीट आइलैंड की स्थिति बन जानी है। हीट वेव (लू) से वृध, बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बीमार, मजदूर, गरीब, दुर्बल एवं निराश्रित लोग अधिक प्रभावित होते हैं।
लू के प्रकोप से बचाने के लिए कड़ी धूप में विशेष रूप से दोपहर 12 बजें से तीन बजे के बीच बाहर जाने से बचें। हल्के रंग के ढीले ढाले और सूती कपड़े पहनें। धूप में निकलते समय अपना सिर ढक कर रखें, कपडे, टोपी या छाता का उपयोग करें। पर्याप्त और नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें। सफर मे अपने साथ पीने का पानी हमेशा रखें। खुद को हाइड्रेट रखने के लिए ओआरएस घोल, नारियल का पानी, लस्सी, चावल का पानी, नीबू का पानी, छाछ, आम का पन्ना इत्यादि घरेलू पेय पदार्थों को इस्तेमाल करें। रेडियो, टीवी और समाचार पत्रों के माध्यम से स्थानीय मौसम एवं तापमान की जानकारी रखें। कमजोरी, चक्कर आने या बीमार महसूस होने पर तुरंत चिकित्सक से सम्पर्क करें। अपने घर को ठंडा रखे, पर्दे, शटर आदि का इस्तेमाल करे। रात में खिड़कियां खुली रखे।
हीट वेव, लू प्रकोप से बचाव हेतु क्या न करें
बच्चों एवं पालतू जानवरों को बिना निगरानी के पार्क की गयी कार में अकेला न छोडें, वाहन जल्दी गर्म होकर खतरनाक तापमान पैदा कर सकते है जो बच्चों के लिए घातक हो सकती है। भीषण गर्मी में दोपहर के समय अधिक श्रम वाली गतिविधियों को न करें। उच्च प्रोटीन वाले भोजन से बचें और बासी भोजन न करें। शराब, चाय, कॉफी और कार्बाेनेटेड शीतल पेय पदार्थाे का सेवन करने से बचें क्यो कि ये शरीर को निर्जलित करतें हैं। दोपहर में जब दिन का तापमान अधिक हो उस दौरान खाना पकाने से बचें। रसोई घर को हवादार बनाये रखने के लिये खिडकी व दरवाजे खुली रखें।