⇒मामला फैलने पर किया वापस, मांगी माफी
कानपुर, अर्पण कश्यप। हर मामले में मदद की आस जिस विभाग से है वह है पुलिस विभाग। लेकिन कुछ पुलिस कर्मियों की शर्मनाक कार्य शैली के कारण पूरे पुलिस विभाग को बदनामी के कटघरे में खड़ा कर दिया जाता है। हालांकि समय समय पर पुलिसकर्मियों पर आरोप लगते ही रहते है और एक मामला ऐसा ही प्रकाश में आया है जिसमें दो नाबालिग मजदूरों की मजदूरी दिलाने के नाम पर सिपाहियों ने कमीशन ले लिया।
जी हॉ एक मामला गोविन्द नगर थाना क्षेत्र के दबौली क्षेत्र का है जहॉ प्रभाकर मिश्रा का सबमर्सिबल मोटर बाईडिंग का कारखाना चलता है जहॉ काफी संख्या में लड़के काम करते हैं व सीखते भी हैं जिसके एवज में उन्हे सेलरी भी मिलती है। पर वहॉ काम करने वाले दो नाबालिग लड़कों की मजदूरी न मिलने पर उन्होंने पुलिस का सहारा लिया कि शायद उन्हें उनकी मेहनत की कमाई मिल जाये। इसी लिए उन्होंने पुलिस के पास अपना दुखड़ा रोया। लेकिन खास बात यह रही कि मजदूरी दिलाने के बदले दो सिपाहियों पर कमीशन लेने का आरोप नाबालिक मजदूरों ने लगाया है। बर्रा विश्व बैंक के ई ब्लाॅक निवासी एक छात्र बीएससी की पढ़ाई करने के लिये नौकरी करता है क्योंकि उसका पिता प्राईवेट काम करता है। मजबूरी के आगे पढ़ाई कराने मे छात्र ने खुद काम करके पढ़ाई करने का मन बनाया। वही दूसरे छात्र की परस्थिति तो ऐसी है कि उसके घर में कमाने वाला भी वही इकलौता छात्र के पिता ने बिमारी के चलते चारपाई पकड़ रखी है। मॉ इधर उधर काम कर लेती है। पढ़ाई कर अपने घर को इस परस्थिति से निकालने का सपना छात्र की ऑखों में है इस लिये दोनों कम उम्र के छात्रों ने एक महीने प्रभाकर मिश्रा की फैक्ट्री मे काम किया जिसके लिये दोनों को पॉच पॉच हजार मजदूरी देने की बात तय हुई। पूरा महीना खत्म होने पर जब दोनों छात्रों ने पैसे मॉगे तो दो हजार रूपये देने लगा जिसका दोनों ने विरोध किया तो प्रभाकर ने दोनों को भगा दिया। जिसके बाद रतनलाल नगर चैकी जा कर छात्रों ने शिकायत दर्ज करायी। जहॉ पर तैनात दो सिपाही संजय कुमार व शैलेन्द्र ने 7 सात तारीख को आने को कहा, समयानुसार कल जब दोनो छात्र रतनलाल नगर चैकी पहुचे तो दोनों सिपाहियो ने दोनों छात्रों को पन्द्रह- पंद्रह सौ रूपये पकड़ा कर जाने को कहा। जिसका विरोध करने पर सिपाही ने धमकी दी की जहॉ शिकायत करनी हो कर दो एक तो पैसा दिला दिया है तो हमारा खर्चा तो बनता है वो सुविधा शुल्क तो देना पड़ेगा इतना कहकर दोनों छात्रों को वहॉ से भगा दिया वहीं पूरे मामले की जानकारी के बारे में रतनलाल नगर चैकी ईंचार्ज ने छात्रों से तहरीर की मॉग कर कार्यवाही का आश्वासन दिया।
वहीं पता चला कि मामला फैलने पर सिपाहियों ने दोनों की मजदूरी वापस की और माफी मांगी।