रायबरेली। गुरुवार को बुद्ध पूर्णिमा पर क्षेत्र के सभी गंगा तटों पर प्रातःकाल से स्नान दान पूजन का सिलसिला शुरू हुआ और दोपहर बाद तक चलता रहा। गुरुवार को बुद्ध पूर्णिमा थी। धार्मिक मान्यता के अनुसार वैशाख पूर्णिमा भगवान बुद्ध के जीवन की तीन अहम बातें – बुद्ध का जन्म, बुद्ध को ज्ञान प्राप्ति और बुद्ध का निर्वाण के कारण भी विशेष तिथि मानी जाती है। इस पुनीत अवसर पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पहुंचे थे। एक दिन पूर्व बुधवार की शाम को क्षेत्र के गोकना गंगा घाट पर गंगा महाआरती, दीपदान किया गया। साथ ही मां गंगा गोकर्ण जन कल्याण सेवा समिति के सचिव जितेंद्र द्विवेदी के नेतृत्व में गंगा तटों पर स्वच्छता अभियान चलाकर संदेश दिया गया। उन्होंने बताया कि मां गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाए रखने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। गुरुवार की प्रातःकाल तीन बजे से गंगा स्नान शुरू हुआ। क्षेत्र के गंगा तट गोकना के अलावा पूरे तीर, बादशाहपुर, डलमऊ आदि स्थानों पर भी लाखों की संख्या में स्नान करने लोग पहुंचे थे। स्नानार्थियों की भारी भीड़ के कारण गंगा तटों को जाने वाले मार्गों पर जाम की स्थित बनी रही।