राजीव रंजन नागः नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव खत्म होने और अंतरिम जमानत के साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज शाम तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया। उनका रास्ता घुमावदार था। दोपहर करीब 3 बजे अपने घर से निकलकर वे महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने राजघाट गए, फिर हनुमान मंदिर और फिर पार्टी मुख्यालय गये। उनका आखिरी पड़ाव जेल था, जिसे वे 21 दिन पहले सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बाद छोड़ कर आए थे।
आम आदमी पार्टी मुख्यालय में आज पार्टी कार्यकर्ताओं से बात करते हुए केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि अंतरिम जमानत फलदायी रही। मैंने 21 दिनों में से एक मिनट भी बर्बाद नहीं किया। मैंने सभी पार्टियों के लिए प्रचार किया। मैंने देश को बचाने के लिए प्रचार किया। उन्होंने कहा कि देश महत्वपूर्ण है, आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर पर है।
उन्होंने इसे एक अविस्मरणीय अनुभव बताया। केजरीवाल ने कहा, इस अभियान के दौरान सबसे अच्छी बात यह हुई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वीकार किया कि उनके पास मेरे खिलाफ एक भी सबूत नहीं है। उन्होंने केंद्र सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया और सवाल किया कि कैसे एक ऐसी सरकार के मुख्यमंत्री को बिना सबूत के जेल में डाला जा सकता है, जिसके पास पूर्ण बहुमत है। यह तानाशाही है। मैं जिसे चाहूं जेल में डाल सकता हूं और पूरे देश को संदेश दूंगा कि जब मैं केजरीवाल को जेल में डाल सकता हूं, तो किसी को भी जेल में डाल सकता हूं।
आप प्रमुख के साथ उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल और पार्टी के नेता दिल्ली के मंत्री आतिशी, कैलाश गहलोत और सौरभ भारद्वाज, राज्यसभा सांसद संजय सिंह और संदीप पाठक और नेता दुर्गेश पाठक, राखी बिड़ला और रीना गुप्ता भी थे। दिल्ली शराब नीति मामले में आरोपी केजरीवाल 1 अप्रैल से जेल में हैं, जब तक उन्हें सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिल गई। तिहाड़ में उनके प्रवास के दौरान मधुमेह और दवा को लेकर काफी विवाद हुआ, मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने उनकी गिरफ्तारी के बाद से ही दवा रोक दी थी। प्रवर्तन निदेशालय ने आरोप लगाया कि श्री केजरीवाल ने मधुमेह रोगियों के लिए अनुपयुक्त भोजन खाया।
श्री केजरीवाल, जिन्होंने कल स्वास्थ्य आधार पर अपनी जमानत अवधि बढ़ाने की मांग की थी, लेकिन उन्हें तत्काल राहत नहीं मिली। उन्होंने आज कहा कि उन्हें नहीं पता कि इस बार उन्हें किस तरह का उपचार मिलेगा। मुझे नहीं पता कि ये लोग मेरे साथ क्या करेंगे… हम भगत सिंह के अनुयायी हैं, हम देश को बचाने के लिए जेल जा रहे हैं… जब सत्ता तानाशाही बन जाती है, तो जेल एक जिम्मेदारी बन जाती है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल के जेल पहुंचने के बाद उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा। दरअसल नियमो के मुताबिक जब भी कोई आरोपी सरेंडर करता है है तो कोर्ट में उसे पेश किया जाता है और कोर्ट को बताना होता है कि आरोपी ने सरेंडर कर दिया है। लिहाजा नियमों के तहत अरविंद केजरीवाल को भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया जाएगा।
तिहाड़ सूत्रों के मुताबिक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जैसे ही तिहाड़ जेल पहुचें, तमाम कागजी कार्यवाई पूरी होने के बाद तिहाड़ प्रशासन की तरफ से उनका मेडिकल चेकअप कराया गया।