कानपुर नगर, अर्पण कश्यप। कही गरीबी में बीमारी के चलते तो कही पैसा होने के बावजूद बीमारी ठीक न हो पाने के कारण कानपुर के दक्षिण इलाके में महिला सहित युवती ने फांसी लगा कर जान दे दी। कानपुर के दक्षिण क्षेत्र के बर्रा 2 में किराये के मकान में रहने वाले विनोद सोनकर पेशे से ड्राईवरी करते है। परिवार में 4 बच्चे श्रुति 10, पवन 9, गौरी 6, प्राचि 3 व पत्नी पुष्पा व पुष्पा की माँ भी इन्ही के साथ रहती है। आज दोपहर पुष्पा ने किसी कारण कमरे में कुंडे से अंगोछे से खुद को फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली घटना के समय सभी बच्चे बाहर खेल रहे थे जैसे ही श्रुति कमरे में जाने लगी तो दरवाजा अंदर से बंद था। खिड़की से झाँकने पर माँ को कुंडे से लटके देखा तो रो के चीख निकल गयी चीख सुनकर आस पड़ोस के लोग निकले पुष्पा की मॉ भी आस पड़ोस के घरो में काम करती थी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची तब ईटो मार मार कर दरवाजा खोला गया व 100 नम्बर को सूचना दी गयी वही पूछताछ में पुष्पा की माँ ने बताया कि पुष्पा को दिमागी बीमारी थी। जिसका इलाज काफी समय से हैलट में चल रहा है। दवाईयों की वजह से पुष्पा को दिखाई देना भी बंद हो गया था पर इस वजह से इतना बड़ा कदम उठा लेगी ये अंदाजा किसी को नही था।
वही दूसरी घटना बर्रा के ए ब्लाक की है। जहॉ मीना 24 ने बीमारी के चलते फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली मीना पॉच भाई बहनों में तीसरे नम्बर की थी। मीना के पिता पिछले साल ही कर्रही स्थित पी.एन.बी बैंक से कैशियर के पद से रिटायर्ड हुये थे। घटना के समय सभी अपने अपने कमरे में सो रहे थे वही मीना की मॉ अपने मायके संतकबीर नगर गयी हुयी थी पूछताछ में परिवार वालों ने बताया कि दो महीने से मीना को टाइफाइड था व मीना पाइल्स से भी पीड़ित थी जिसके चलते मीना ने फॉसी लगा ली।