फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। बसपा के जिला प्रभारी पूर्व जिला उपाध्यक्ष पूर्व मुस्लिम समाज जिला अध्यक्ष, पूर्व सभासद तथा विभिन्न पदों पर रहे लगभग पार्टी के लिये 15 वर्षो से काम कर रहे वकील नबी अफगानी ने बहुजन समाज पार्टी से ये कहते हुये अपना इस्तीफा जिलाध्यक्ष को सौंप दिया कि जिस पार्टी के लिये वो काम कर रहे थे उस पार्टी की मुखिया बहन कुमारी मायावती उस धर्म को मानती हैं जिस धर्म के अनुयायियों ने वर्मा में बेकसूर मुसलमानों को कत्लेआम कराया है जिस पर मेरी पार्टी की मुखिया की कोई भी टिप्पणी ऐसी नहीं आई जिससे मुझे लगता है कि वो ऐसी घिनौनी हरकत के खिलाफ हैं।
पार्टी के जिला प्रभारी अफगानी ने बहन कुमारी मायावती पर आरोप लगाते हुये कहा कि वो सिर्फ दलितों (जाटवों) की नेता हैं और वो दलितों की लड़ाई लड़ती हैं जिसका उदाहराण गुजरात का ऊना हो यूपी का बुलंदशहर हो या मध्य प्रदेश या राजस्थान हो। अफगानी ने कहा कि वे बौद्ध धर्म के गुरू भिक्षुओं का बहुत सम्मान करता था पर इस घिनौनी हरकत से उनका नजरिया उन भिक्षुओं के लिये एक कातिल से ज्यादा कुछ नहीं है। अफगानी ने अंत में कहा कि उनके लिये उनके अपने तथा इंसानियत पहले है कोई पद या पार्टी बाद में है।