पवन कुमार गुप्ताः रायबरेली। अवैध राशन कार्डों को लेकर निरस्तीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि अवैध राशन कार्डों के निरस्तीकरण के क्रम में प्रत्येक ग्राम सभा से करीब आधा सैकड़ा लोगों के गरीबी रेखा वाले राशन कार्डों को निरस्त कर दिया गया। राशन कार्ड के निरस्त होते ही वह सभी राशन कार्ड धारक अब फ्री राशन प्राप्त करने के लिए अपात्र ठहरा दिए गए हैं। जिसके बाद से ही कोटेदारों ने राशन कार्ड धारकों के निरस्त हुए कार्ड पर राशन देने से मना कर दिया है। जिस पर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया है।
बता दंे कि प्रत्येक गांव में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत प्रत्येक माह बंटने वाले गरीबों के हिस्से का मुफ्त अनाज सैकड़ों अपात्र भी डकार रहे हैं। जबकि गांव में पात्रों का राशनकार्ड ही नहीं बन पा रहा है और अपात्रों को राशन बराबर मिल रहा है। गौरतलब हो कि हाल ही में कुछ लोगो के राशन कार्ड कट गए। उन्हें अपात्र घोषित कर दिया गया है। वहीं आज अपात्रों को राशन दिया जा रहा है। ऐसे में सवाल यह भी है कि राशन कार्ड की जांच किसने की और कैसे की। जिसमे पात्रों को अपात्र बता दिया गया और अपात्रों को पात्र दिखा दिया। क्या खाद्य आपूर्ति अधिकारी रसूखदारों के दबाव से राशन कार्ड का सत्यापन कर रहे हैं। बड़ी बात यह है कि अधिकारियों व कर्मचारियों ने सभी अपात्रों के बजाय कुछ ही अपात्रों की पहचान की। सही से सत्यापन न होने के बावजूद दर्जनों ग्राम पंचायतों से मिल रही जानकारी ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली की कलई खोल दी है।
वहीं क्षेत्रीय खाद्य आपूर्ति अधिकारी ऊंचाहार का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति फ्री राशन का पात्र है और उसका राशन कार्ड से नाम कट गया है या अपात्र घोषित कर दिया गया है, तो वह अपना शपथ पत्र कार्यालय में प्रस्तुत करके पुनः अपना नाम और फ्री राशन कार्ड आसानी से बनवा सकता है।
Home » मुख्य समाचार » Ration Card : सत्यापन के नाम पर इस महीने गरीबों को नहीं दिया जा रहा फ्री राशन, प्रत्येक गांव से दर्जनों लोगों के काट दिए गए नाम