रायबरेली। एनटीपीसी ऊंचाहार में भारत रत्न श्री मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती के उपलक्ष्य में आज इंजीनियर्स डे धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर परियोजना प्रमुख मनदीप सिंह छाबड़ा, महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) रवि प्रकाश अग्रवाल और विशेष अतिथि आर.के. पांडे (पूर्व मुख्य महाप्रबंधक, एनटीपीसी) सहित कई अन्य इंजीनियर उपस्थित रहे व कार्यक्रम में एनटीपीसी कार्यकारी संघ के अध्यक्ष शशिकांत राय ने भी सभा को संबोधित किया।
इस अवसर पर परियोजना प्रमुख मनदीप सिंह छाबड़ा ने अपने प्रेरणादायक विचारों से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि श्री विश्वेश्वरैया न केवल इंजीनियरिंग जगत के आदर्श थे, बल्कि उनकी सोच ने देश के तकनीकी विकास को नई दिशा दी। उन्होंने परियोजना के युवा इंजीनियरों को निष्ठा और समर्पण के साथ काम करने के लिए प्रेरित किया। साथ ही, नवाचार और स्थिरता (सस्टेनेबिलिटी) को ध्यान में रखते हुए काम करने की आवश्यकता पर बल दिया।
महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) रवि प्रकाश अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में बताया कि इंजीनियरों का समाज निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान है और हमें लगातार नई तकनीकों को अपनाते हुए देश की उन्नति के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी ऊंचाहार की टीम ने हमेशा ही अपने उच्च मानकों और तकनीकी क्षमताओं से कंपनी का नाम रोशन किया है, और आगे भी यह प्रयास जारी रहना चाहिए।
विशेष अतिथि आर.के. पांडे, पूर्व सीजीएम, एनटीपीसी ने अपने अनुभव साझा करते हुए इंजीनियरिंग क्षेत्र की चुनौतियों और अवसरों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी के इंजीनियरों को बदलती तकनीकों के साथ खुद को ढालते हुए नवाचार के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा क्षेत्र में स्थिरता को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
अपर महाप्रबंधक (ईडीसी व एनएसए) हरलीन सचदेवा ने भी सभी इंजीनियरों को शुभकामनाएं दीं और उन्हें अपने कार्यों में नैतिकता और जिम्मेदारी के साथ काम करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी ऊंचाहार के इंजीनियरों ने हमेशा कंपनी के लक्ष्यों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाई है और आने वाले समय में भी उनसे और अधिक समर्पण की अपेक्षा है। इस कार्यक्रम में परियोजना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और इंजीनियर भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन सभी प्रतिभागियों के सम्मान के साथ हुआ और सभी ने इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने का संकल्प लिया।