रायबरेली। यदि संकल्प शक्ति और कुछ नया करने की इच्छाशक्ति हो, तो व्यक्ति किसी भी ऊंचाई को पार कर सकता है। एनटीपीसी ऊंचाहार के परियोजना प्रमुख मनदीप सिंह छाबड़ा ने इसी बात को साबित करते हुए माउंट एवरेस्ट की दुर्गम चट्टानों पर विजय प्राप्त की और माउंट एवरेस्ट बेस कैंप पर भारत और एनटीपीसी का झंडा फहराया।
59 वर्ष की आयु में जब लोग सामान्य कार्यों से बचने की सोचते हैं, श्री छाबड़ा ने हिमालय की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अदम्य साहस और धैर्य का परिचय देते हुए यह विशेष उपलब्धि हासिल की। खराब मौसम, बेमौसम बर्फबारी और लगातार बारिश के बावजूद, श्री छाबड़ा ने अपने मिशन को जारी रखा, जबकि उस समय एवरेस्ट की चढ़ाई के रास्ते बर्फबारी के कारण क्षतिग्रस्त हो चुके थे और संचार सेवाएं भी बाधित थीं।
श्री छाबड़ा की इस उपलब्धि ने यह साबित कर दिया कि एनटीपीसी के कर्मचारी न केवल बिजली उत्पादन में दक्ष हैं, बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी कुछ असाधारण करने का जज्बा रखते हैं। इस असाधारण उपलब्धि के साथ, श्री छाबड़ा ने न केवल एनटीपीसी ऊंचाहार बल्कि सम्पूर्ण एनटीपीसी का नाम रोशन किया है।
उनकी इस सफलता पर ऊंचाहार परियोजना के सभी विभागाध्यक्ष, यूनियन व एसोसिएशन के पदाधिकारियों सहित अन्य संस्थाओं ने उन्हें बधाई दी है। श्री छाबड़ा ने भी इस सफलता का श्रेय एनटीपीसी परिवार की शुभकामनाओं और समर्थन को दिया है।
श्री छाबड़ा की इस प्रेरणादायक उपलब्धि ने एनटीपीसी परिवार के हर सदस्य को गौरवान्वित किया है और आने वाले समय में उनके साहस और संकल्प का उदाहरण प्रस्तुत किया जाएगा।