फिरोजाबाद: जन सामना संवाददाता। महानगर के सभी वरिष्ठ चिकित्सकों, शिक्षाविद एवं स्कूल संचालकों की एक गोष्ठी नगर के सरस्वती शिशु मंदिर गौशाल में आयोजित की गई। जिसमें समाज के सभी गणमान्य शिक्षक बंधुओं और शिक्षा जगत से जुड़े व्यक्तियों ने बांग्लादेश में हो रही हिंसा पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किये।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता एस.आर.के. पीजी कॉलेज से सेवा निवृत यूएस पांडे ने कहा कि हिंदू समाज नेक है, किंतु एकता की कमी है यही कारण है कि आज हमारे हिंदू समाज को इस प्रकार की परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। हम सभी को शिक्षित होने के साथ-साथ अपने धर्म और संस्कृति के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है। हमें सभी वर्गों को मिलकर के एक साथ एकता की मिसाइल कायम करनी है, तभी जाकर हिंदू धर्म का कल्याण संभव है। उन्होंने कहा भारत ने हमेशा सभी धर्मों का सम्मान रखा है, यह बात विश्व भी स्वीकारता है। किन्तु जो बांग्लादेश भारत से सहारा प्राप्त करता है, जिसकी पूर्व प्रधानमंत्री हसीना शेख अपने आप को भारत में सुरक्षित महसूस करती है। वहीं बांग्लादेश के मुट्ठीभर कट्टरपंथी लोग अल्पसंख्यकों पर जघन्नतम अत्याचार कर रहे हैं। माता बहिनों के साथ बलात्कार किए गए, फिर भी वहां की एजेंसियां मूक दर्शक बनी रहती हैं। हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वैसे भी कुछ कट्टरपंथियों की विचारधारा किसी से छिपी नहीं है। उन्होंने अपनी देश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ किस प्रकार का व्यवहार किया था। ऐसे कट्टरपंथियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की आवश्यकता है। साथ ही हिंदुओं में भी जागृति की आवश्यकता है। इस अवसर पर सभी शिक्षकों ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए और बांग्लादेश की घटना की घोर भर्त्सना की। गोष्ठी की अध्यक्षता स्कूल संचालक सौरभ लहरी ने की। इस दौरान सरस्वती विद्या मंदिर के पूर्व प्रधानाचार्य विनोद चतुर्वेदी, कृष्णमोहन, उपेंद्र वाजपेई, कृष्णकांत उपाध्याय, राघवेंद्र, पवन, नानू उपाध्याय, रमित प्रताप, अर्जुन, पुनीत, चेतन, सरिता शर्मा, अनीता यादव आदि मौजूद रहे।