⇒राम बारात व जनकपुरी महोत्सव बना ऐतिहासिक
हाथरस, जन सामना ब्यूरो। सार्वजनिक धार्मिक सभा के तत्वावधान में संचालित श्री रामलीला महोत्सव के तहत बीती रात्रि को शहर में भगवान श्री राम की पहली बार विशाल व ऐतिहासिक रामबरात निकाली गई और बरात की जहां भारी धूम रही वहीं घंटाघर पर सजाई गई भव्य व ऐतिहासिक जनकपुरी ने इस बार इतिहास रच दिया है तथा बरात व जनकपुरी महोत्सव में उमड़ी लाखों की भीड़ से यह तय हो गया है कि जनता व भक्तों का अब रामलीला महोत्सव में पहले से ज्यादा लगाव बढ़ गया है। श्री राम बरात में दो दर्जन से अधिक झांकियों के साथ निकली राम बरात में भक्त बैंड बाजों की मधुर गीतों पर थिरकते नजर आए। शहर के बीच घंटाघर पर जनकपुरी सजाई गई है, जहां देर रात राम बरात का परंपरागत तरीके से स्वागत किया गया। घंटाघर पर सजी जनकपुरी को देखने के लिए शहर के लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
सार्वजनिक धार्मिक सभा के बैनर तले रामलीला महोत्सव का आयोजन चल रहा है। इसके तहत बीती रात्रि को भगवान श्री रामव उनके भाई लक्ष्मण, भरत व शत्रुघ्न की बारात का आयोजन किया गया। श्री राम बारात परम्परागत तरीके से गली हनुमान स्थित हनुमान मंदिर से निकाली गई। जहां पर राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न आदि स्वरूपों के साथ गुरुजनों का आरती उतार कर स्वागत किया गया जिसके बाद राम बारात का शुभारंभ हुआ। राम बारात में शहर के अलावा दूसरी जगहों से आईं करीब दो दर्जन से अधिक मनमोहक झांकियां आकर्षण का केन्द्र बनी रहीं। झांकियों की कड़ी में सबसे पीछे भगवान राम, लक्ष्मण, भरत शत्रुघ्न घोड़ों पर सवार होकर चल रहे थे। जिस बाजार से राम बरात गुजरी, जगह-जगह माल्यार्पण कर स्वागत करते हुए आरती उतारी गई। राम बरात देखने के लिए सड़कों के दोनों छोर पर लोगों की भारी भीड़ थी। महिलाएं- बच्चे छतों पर जमे हुए थे। लोगों में भारी उत्साह दिखा। महिलाएं स्वरूपों के चरण वंदना करतीं नजर आईं। बाजारों में जगह-जगह आतिशबाजी भी की गई।
श्री राम बारात में पहुंचे प्रदेश के ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा के प्रतिनिधि सूर्यकांत शर्मा का रामलीला महोत्सव अध्यक्ष/भारतीय खाद्य निगम भारत सरकार के सदस्य डा. अविन शर्मा व उनके पिता एवं पूर्व वरिष्ठ समाज कल्याण अधिकारी डा. उमाशंकर शर्मा लॉर्ड साहब, भाजपा नेता संजय शर्मा0 ने उनका जोरदार स्वागत किया व उन्हें प्रतीक चिह्न भेंट कर सम्मानित किया।
श्री रामलीला महोत्सव के तहत इस बार भव्य व ऐतिहासिक जनकपुरी महोत्सव घंटाघर पर सजाई गई तथा जनकपुरी के साथ घण्टाघर से जुडे आठों बाजारों बैनीगंज रोड, हलवाईखाना रोड, नजिहाई रोड, बुर्ज वाला कुंआ रोड, स्टेट बैंक रोड, बांस मण्डी रोड, मोहनगंज रोडों को भी भव्यता के साथ सजाया गया था जबकि इन रोडों पर बने भवनों को भी रंगीन लाइटों से सजाया गया था और ऐसा लग रहा था मानों हर घर-परिवार भगवान राम की अगवानी को आतुर था। बिजली की रोशनी मन को मोहती रही। घंटाघर को भी आकर्षक ढंग से सजाया गया था। घरो के साथ दुकानों को भी बिजली की रोशनी से सजाया गया और जनकपुरी का पूरा दृश्य ऐसा विहंगमव मनोहारी था कि जो देखता वो देखता ही रह जाता।
जनकपुरी में भक्तों की भीड शाम से ही आना शुरू हो गई थी और रात होने तक भीड का सैलाब उमडता ही जा रहा था जबकि भक्तों के मनोरंजन हेतु जनकपुरी मंच पर चरकुला नृत्य के अलावा भजनों पर विभिन्न स्वरूपों द्वारा नृत्य किया जा रहा था जो सबके मन को भा रहा था।
जनकपुरी में आधी रात को जैसे ही राम बारात पहुंची तो जय श्री राम के जयकारे गूंज उठे और वहां पर मिथला नगर वासियों द्वारा राम बारात का जोशीला स्वागत किया गया तथा चारों स्वरूपों, गुरुजनों, दशरथ जी का अभिवादन किया गया। पूरा परिसर भगवान राम की जयकारों से गूंजता रहा। बरात पहुंचने पर बैंड के मधुर ध्वनि पर राम भक्त झूमते नाचते रहे तथा वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पं. पंकज शास्त्री, सिवानन्द शर्मा, शिब्बो गुरू, भुल्लो गुरू, केयूर दीक्षित आदि द्वारा सीता राम का विवाह व उनके भाईयों का विवाह जहां सम्पन्न कराया गया जबकि इससे पूर्व रिवाॅल्विंग स्टेज पर जयमाला सम्पन्न करायी गई तथा माता सीता का कन्यादान प्रमुख समाजसेवी गंगाशरन वाष्र्णेय मैदा वाले द्वारा लिया गया। राम बारात व जनकपुरी महोत्सव में दिल्ली से आये बगला मुखियों द्वारा बधाई गान गाये गये तथा महोत्सव में एसडीएम सदर अमिताभ यादव, तहसीलदार कमलेश गोयल का सार्वजनिक धार्मिक सभा के अध्यक्ष भोला यादव, अध्यक्ष डा. अविन शर्मा, संयोजक आशीष पचैरी, सह संयोजक पुनीत राज पचैरी, घण्टाघर सेवा समिति अध्यक्ष, अशोक अग्रवाल बीडी वाले, पूर्व सभासद बौबी यादव द्वारा प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया जबकि सुरक्षा व्यवस्था की कमान खुद शहर कोतवाल जेएस पंवार संभाले हुए थे।
राम बारात व जनकपुरी महोत्सव की व्यवस्था में पं. भोला शंकर शर्मा, सार्वजनिक धार्मिक सभा के अध्यक्ष राम बहादुर यादव भोला पहलवान, रामलीला समिति के अध्यक्ष डा. अविन शर्मा, संयोजक आशीष पचैरी, अशोक अग्रवाल बीडी वाले, पुनीत राज पचैरी, संजीव पंडित, पंकज शास्त्री, पंकज यादव, गंगा सरन मैदा वाले, आयोग दीपक, ललतेश गुप्ता, बौबी यादव, गिर्राज किशोर, पम्मी शर्मा, शिवकुमार अग्रवाल, मुन्नालाल, राहुल चैधरी, अनिल वाष्र्णेय तेल वाले, केशव देव, गोविन्द राम, विनोद अग्रवाल, अनिल कुमार, ब्रजकिशोर, दिनेश यादव, अजीत यादव, प्रदीप गुप्ता, दीपक गोयल रंग वाले, विपिन लवानियां, अनुज चैधरी आदि तमाम लोगों का सहयोग सराहनीय रहा।