Thursday, January 30, 2025
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पं. दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय एवं गो अनुसंधान संस्थान में तृतीय डॉ. एस. के. तालपत्रा स्मारक भाषण का किया आयोजन

श्याम बिहारी भार्गवः मथुरा। उत्तर प्रदेश पंडित दीन दयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो अनुसंधान संस्थान, मथुरा, उत्तर प्रदेश मे प्रख्यात पशु पोषण विज्ञानी डॉ. एस. के. तालपात्रा तृतीय स्मारक भाषण का आयोजन, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अनिल कुमार श्रीवास्तव के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार आयोजित किया गया। स्मारक भाषण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के उप महानिदेशक (पशु विज्ञान) डॉ. राघवेन्द्र भट्टा ने बताया कि हमें अच्छी उत्पादकता वाले देशी पशुओं के पालन हेतु पशु पालकों को प्रेरित करना चाहिए। स्वस्थ पशु पालन एवं अच्छी उत्पादकता हेतु, संतुलित आहार अत्यंत आवश्यक है। पशुओं को संतुलित मात्रा में सूखा चारा, हरा चारा, दाना तथा खनिज लवण उपलब्ध कराना चाहिए। पशुओं को स्वच्छ वातावरण तथा आवास उपलब्ध कराना चाहिए। जिससे पशु अपनी क्षमता के अनुसार उत्पादकता दे सके। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रोफेसर श्रीवास्तव ने डॉ. एस.के. तालपात्रा के योगदान को याद करते हुए, उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों को छात्र-छात्राओं के साथ साझा किया। इस अवसर पर प्रोफेसर श्रीवास्तव ने विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षकों तथा छात्र-छात्राओं को डॉ. तालपात्रा से प्रेरित होते हुए, पशु पोषण हेतु उत्कृष्ट योगदान हेतु प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि हमारे देश में अधिकांश बालिकाएं आयरन, विटामिन बी-12, फोलिक एसिड तथा कैल्शियम की कमी से ग्रसित हैं। जिससे उनका संपूर्ण विकास संभव नहीं हो पता, ऐसी दशा में हमें, उन्हें प्राकृतिक स्रोतों से संतुलित आहार में, इन अवयवों को जोड़ते हुए, भोजन उपलब्ध कराना चाहिए। जिससे उनका संपूर्ण विकास हो सके और वे अपने पारिवारिक एवं सामाजिक जिम्मेदारियों को अच्छे से निभा सकें। विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी प्रोफेसर देश दीपक सिंह ने बताया कि निदेशक प्रसार, प्रोफेसर अतुल सक्सेना ने आगंतुकों का स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए डॉ. एस. के. तालपत्रा को याद किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के निदेशक शोध, प्रोफेसर विनोद कुमार ने डॉ. एस. के. तालपत्रा के जीवन सारांश के बारे में बताया। कार्यक्रम में केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मखदूम, मथुरा के निदेशक, डॉ. मनीष कुमार चेटली; विश्वविद्यालय के कुल सचिव, प्रोफेसर अरुण कुमार मदान; अधिष्ठाता जैव प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, प्रोफेसर आर. पी. पांडे; अधिष्ठाता, डेरी विज्ञान महाविद्यालय, प्रोफेसर रश्मि सिंह; निर्देशक, डिप्लोमा संस्थान, प्रोफेसर सरबजीत यादव; प्रोफेसर संजय पुरोहित; प्रोफेसर विजय पांडे; प्रोफेसर अतुल प्रकाश; प्रोफेसर अरविंद कुमार त्रिपाठी; प्रोफेसर बृजेश यादव; प्रोफेसर अमित सिंह सहित विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।