फिरोजाबाद। मुख्य चुनाव आयुक्त रविवार को सिरसागंज क्षेत्र स्थित अपनी ननिहाल पहुंचे। जहां उन्होंने अपनी पुरानी यादें ताजा करते हुए क्षेत्र के लोगों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पहले मैं यहां गर्मियों की छुट्टियों में अक्सर आया करता था। इस मौके पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने रविवार को सिरसागंज स्थित अपनी ननिहाल पहुंचकर अपने परिजनों से भेंट की। इस दौरान उन्होंने युवाओं से कहा कि वह निर्वाचक बनकर मतदान करने का प्रण लें। मतदान ही राष्ट्र सेवा की प्रथम सीढ़ी है। उन्होंने वहां उपस्थित लोगों को उन्होंने अपने आईएएस बनने की गाथा को भी बताया। साथ ही मुख्य निर्वाचन के रूप में निभाई जा रही अपनी भूमिका और चुनौती के बारे में लोगों को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त के रूप में पूरे भारत में 50 लाख से अधिक निर्वाचन कार्य में लगे कर्मचारियों का नेतृत्व कर रहा हूं। इतने बड़े दायित्वों को निभाने के लिए मैने सदैव धैर्य का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग की स्थापना 25 जनवरी 1950 को हुई। हम लोकतंत्र के नींव के पत्थर है और हमारे ऊपर ही लोकतंत्र की इमारतें बनती हैं। चुनाव आयोग हमेशा मतदाताओं के साथ खड़ा था और खड़ा रहेगा। मैं यहां आकर अत्यंत अपनत्व महसूस कर रहा हूं। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शत्रोहन वैश्य, अपर जिलाधिकारी विशु राजा, उप जिलाधिकारी सिरसागंज सहित संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।