संजय कुमार गिरि, बाहरी दिल्ली। भारतीय विकास समिति दिल्ली प्रदेश (रजि.) एवम नवधारा साहित्य कला केंद्र के संयोजन से हिंदी पखवाड़े के उपलक्ष्य में कल शाम सुल्तान पुरी, बाहरी दिल्ली में अखिल भारतीय साहित्य गोष्ठी का आयोजन किया गया, इस सुन्दर आयोजन की अध्यक्षता उस्ताद हिन्दुस्तान के जाने माने शायर देवेंद्र माँझी और वरिष्ठ अतिथि गीतकार जयसिंह आर्य रहे। माँ शारदे के चित्र के समक्ष दीप प्रज्व्व्लित करने के उपरान्त गोष्ठी का प्रारम्भ किया गया, ग़ज़लकार दुर्गेश अवस्थी के संचालन में आगरा से इंद्रपाल ‘इन्द्र’, बुलंदशहर यू.पी.से यूसुफ सहराई एवं ऐन मीन कौसर, गुड़गांव से राजीव परासर, कुरुक्षेत्र हरियाणा से दीपक मासूम, मनजीत, बिजनौर से बुनियादी भारती, दिल्ली से अरशद क़मर, दिवाकर कुमार, शायर असलम बेताब, सुनील सबरंग, कुमार अनुज,सृजन शीतल मास्टर प्रदीप, सुनील शर्मा,इब्राहिम अल्वी, संजय गिरि, राजेश मण्डार, जगदीश मीणा, संदीप तोमर, विजेंदर सिंह आदि अनेक कवियों ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत की और हिंदी पखवाड़े पर हिंदी को और अधिक से अधिक कैसे हम आपसी बोलचाल में इस्तेमाल करे इस पर चर्चा हुई, इस अवसर पर भारतीय विकास समिति के अध्यक्ष व कवि रामश्याम हसीन एवम नवधारा संगीत कला केंद्र के प्रमुख अशोक सोलंकी जी ने सभी कवियों का स्वागत और धन्यवाद ज्ञापन देते हुए हिंदी की विशेषताएं बताई और हिंदी के प्रति हमारी जिम्मेदारी क्या क्या है इसकी जानकारी दी।