Sunday, June 15, 2025
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय एवं भारतीय शिक्षण मंडल, अवध प्रांत द्वारा आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न

बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय एवं भारतीय शिक्षण मंडल, अवध प्रांत द्वारा आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न

लखनऊ। भारतीय शिक्षण मंडल के 56वें स्थापना दिवस के अवसर पर 29 अप्रैल को बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू) एवं भारतीय शिक्षण मंडल, अवध प्रांत के संयुक्त तत्वावधान में “भारतीय ज्ञान परंपरा: समाज के अंतिम छोर तक” विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता भारतीय शिक्षण मंडल के अखिल भारतीय संगठन मंत्री शंकरानन्द रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता केएनआईटी के निदेशक डॉ. राजीव कुमार उपाध्याय ने की। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. राममनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, लखनऊ के कुलपति प्रो. अमरपाल सिंह, अवध प्रांत के अध्यक्ष प्रो. कमल जायसवाल तथा गृहविज्ञान विद्यापीठ बीबीएयू की संकायाध्यक्ष प्रो. यूवी किरण मंचासीन रहीं।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं मां शारदे, भारत माता तथा बाबासाहेब अम्बेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पण के साथ हुआ। इसके बाद अतिथियों को पौधा, शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। मंच संचालन दीप नारायण द्वारा किया गया।
शंकरानन्द ने भारतीय दृष्टिकोण से शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षण के माध्यम से भारतीय संकल्पना की पूर्णता की ओर बढ़ना ही जीवन का उद्देश्य है। उन्होंने वेदों की ओर लौटने और गीता के संदेश “वेदों से परे जाओ” के अंतर पर चर्चा की और नवधा भक्ति के नौ चरणों की विस्तृत जानकारी दी। संस्कृत को वैज्ञानिक भाषा बताते हुए उन्होंने इसके अध्ययन की आवश्यकता पर बल दिया।
डॉ. राजीव कुमार उपाध्याय ने “Lost, Last और Least” की अवधारणा पर चर्चा करते हुए शिक्षा के पुनर्जागरण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय परंपराओं को पुनर्जीवित कर समाज के अंतिम व्यक्ति तक शिक्षा पहुंचाना ही सच्चा उद्देश्य है।
प्रो. अमरपाल सिंह ने भारतीय ज्ञान प्रणाली में गुरुवाद की महत्ता पर प्रकाश डाला और कहा कि धर्मशास्त्र में संचालित पाठ्यक्रमों के माध्यम से ऐसी पीढ़ी तैयार की जा सकती है, जो भारतीय मूल्यों पर आधारित न्याय व्यवस्था में परिवर्तन ला सके। गृहविज्ञान विद्यापीठ की संकायाध्यक्ष प्रो. यूवी किरण ने स्थापना दिवस पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। साथ ही विभिन्न सामाजिक संगठनों जैसे ‘दृष्टि सामाजिक संस्थान’, ‘ड्रीम स्कूल’, ‘ब्यूटीफुल माइंड्स’ आदि के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें सम्मानित किया गया। इन संस्थाओं ने वंचित, अनाथ, दिव्यांग एवं गरीब बच्चों के लिए शिक्षण एवं अन्य रचनात्मक कार्यक्रमों का आयोजन किया। इस अवसर पर क्ले मॉडलिंग, पोस्टर मेकिंग, ड्राइंग, नृत्य आदि प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, बीबीएयू में विभिन्न विद्यालयों व शैक्षणिक संस्थानों के प्रधानाचार्यों एवं निदेशकों के लिए भी चर्चा कार्यक्रम आयोजित किया गया। अंत में प्रो. कमल जायसवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया और कार्यक्रम का समापन कल्याण मंत्र के साथ किया गया। कार्यक्रम में बीबीएयू के शिक्षकगण, शोधार्थी, विद्यार्थी, एनजीओ प्रतिनिधि एवं विभिन्न शिक्षण संस्थानों से आए प्रतिभागी उपस्थित रहे।