सलोन, रायबरेली। “बज़्मे हयाते अदब” किठावां, सलोन, रायबरेली के तत्वावधान में एक भव्य काव्य गोष्ठी का आयोजन मुख्य अतिथि खादिम शब्बीर नक़वी नसीराबादी के सम्मान में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आचार्य अनीस देहाती ने की जबकि संचालन क़ासिम हुनर सलोनी ने किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि खादिम शब्बीर नक़वी की शालपोशी की गई। गोष्ठी में तरह का मिसरा था: दुनिया पे अपने आपको शैदा न कीजिए। कवियों और शायरों ने इस मिसरे पर आधारित चुनिंदा शेर पेश किए, जिन्हें खूब सराहना मिली।
खादिम शब्बीर नक़वी ने पढ़ा: “अश्कों को देख देख के फटता है मेरा दिल, चेहरे को देखकर मेरे रोया न कीजिए।”
डॉ. अनुज नागेंद्र ने कहा: “आई हुई बहार पे लुट जाइए जनाब, जाती हुई बहार को देखा न कीजिए।”
क़ासिम हुनर सलोनी ने प्रस्तुत किया: “नाराज़ होके दुख मुझे पहुंचा रहे हैं आप, ऐसा न कीजिए अरे ऐसा न कीजिए।”
सग़ीर नसीराबादी ने कहा: “ख़ुश रहने के उसूलों में यह भी है इक उसूल, जो मिल न पाए उसकी तमन्ना न कीजिए।”
हाशिम उमर का शेर था: “कोई भी अपना रंग चढ़ा बैठे आप पर, इतना भी अपने आप को सादा न कीजिए।”
नफ़ीस अख़्तर सलोनी ने कहा: “इज़्ज़त कम आपसे है मेरी मानता हूं मैं, लेकिन हर इक जगह मुझे रुसवा न कीजिए।”
हस्सान नसीराबादी ने पढ़ा: “क्या जाने टूट जाए कहां ज़िन्दगी की डोर, इतना भी खुद पर आप भरोसा न कीजिए।”
आमिर क़मर ने कहा: “देना न देना आपकी मर्ज़ी है मोहतरम, लेकिन किसी फ़क़ीर को रुसवा न कीजिए।”
रईस नसीराबादी ने सुनाया: “रखिए मोहब्बतों के समंदर समेट कर, आंखों को अपनी ख़ुश्क कटोरा न कीजिए।”
दिलशाद राही ने कहा: “सजदा ख़ुदा को कीजिए ज़ैबा उसी को है, हरगिज़ किसी भी ग़ैर को सजदा न कीजिए।”
यासिर नज़र ने पढ़ा: “मेरा कलेजा फट गया भाई ने जब कहा, मेरे मुआमलात में बोला न कीजिए।”
अम्मार सहर ने कहा: “घर में किसी सबब से अंधेरा जो है तो हो, दिल में तो अपने आप अंधेरा न कीजिए।”
तय्यार ज़फर ने शेर सुनाया: “मंजिल की जुस्तजू है तो दीवानापन भी हो, कांटा चुभे तो राह में बैठा न कीजिए।”
इसके अलावा आचार्य अनीस देहाती, डॉ. शमशीर, अयाज़ नसीराबादी ने भी ग़ज़लें प्रस्तुत कर कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की। इस अवसर पर जावेद इदरीसी, नजम, मोनू, इरशाद महाराजा अचार वाले, कलीम नसीराबादी, नौशाद अंसारी, नसरुद्दीन राईनी, अमीन, रहमत अली, बिलाल, सीबू सलोनी सहित कई श्रोता मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में कन्वीनर नफ़ीस अख़्तर सलोनी ने सभी उपस्थितजनों का धन्यवाद ज्ञापित किया।