⇒ ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को दिया बढ़ावा
लखनऊ। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर बिल्व (बेल) वृक्ष का पौधा लगाकर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की शुरुआत की। संयोगवश उनके जन्मदिन के अवसर पर उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और प्रदेशवासियों से इस अभियान में हिस्सा लेने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा, ‘‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः। धरती हमारी मां है और हम इसके पुत्र। पर्यावरण संरक्षण हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत हम न केवल अपनी मां के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं, बल्कि प्रकृति के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन भी करते हैं।’’ उन्होंने बताया कि इस साल उत्तर प्रदेश में 35 करोड़ से अधिक पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा गया है, जो 15 अगस्त तक चलेगा।
इस कार्यक्रम में वन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, वन राज्यमंत्री केपी मलिक, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव (वन/पर्यावरण) अनिल कुमार, प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील कुमार चौधरी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। मंत्रियों ने मुख्यमंत्री को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं दीं और स्मृति चिह्न भेंट किए।
सीएम योगी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, ‘‘विश्व पर्यावरण दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं! आइए, पर्यावरण संरक्षण के प्रति संकल्पित हों और ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को जन-जन तक पहुंचाएं।’’
‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल है, जिसके तहत लोगों से अपनी मां के सम्मान में पेड़ लगाने की अपील की गई है। योगी सरकार ने इस अभियान को प्रदेश में बड़े पैमाने पर लागू करने का संकल्प लिया है। सीएम ने कहा कि मानसून के आगमन पर 23 जून से यह अभियान और व्यापक रूप लेगा।
उत्तर प्रदेश में पिछले आठ वर्षों में 210 करोड़ से अधिक पौधों का रोपण किया जा चुका है, जिससे राज्य के वन क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नमामि गंगे परियोजना की भी सराहना की, जिसके तहत गंगा को निर्मल और अविरल बनाने में सफलता मिली है।
यह अभियान न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देता है, बल्कि समाज में प्रकृति के प्रति जागरूकता और मातृ सम्मान की भावना को भी प्रोत्साहित करता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे इस महाभियान का हिस्सा बनें और अपने स्तर पर पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण में योगदान दें।