स्वास्थ्य बीमा के नाम पर धोखा
कम्पनी के अधिकारी विपिन दुबे व शाखा प्रबंधक के कहने पर एजेंट ने 10000 रूपये अस्पताल में अपने निजी कार्ड से जमा कराये और 40000 रूपये की चेक अस्पताल को दी जो कि बाउंस हो चुकी है।
अकबरपुर, कानपुर देहात, पंकज कुमार सिंह। यदि आप अपना स्वास्थ्य बीमा कराते हैं और बीमा अवधि खत्म होने पर पुनः रिन्यू कराते हैं तो इसके लिए सतर्कता बरतते हुए आपको निगरानी रखनी होगी। बीमा सेवा देने वाले एजेण्टस् के बीच में कुछ धोखेबाज बीमा एजेण्टों की छवि खराब करने पर तुले हुए हैं। ऐसे में आप हजारों रूपयों का नुकसान उठा सकते हैं। वाकया कानपुर देहात निवासी सन्नी गुप्ता का है। जिन्होंने अपने बेटे अक्षत का स्वस्थ्य बीमा संजय नगर अकबरपुर निवासी बीमा एजेण्ट सर्वेश कुमार दीक्षित की मार्फत कराया था। अपोलो मुनिक हेल्थ इंश्योरेंस कम्पनी का यह स्वास्थ्य बीमा अवधि गत एक सितम्बर को समाप्त होने वाली थी।
जागरूक रहने वाले सन्नी ने बताया कि बीमा अवधि खत्म होने के कई दिन पहले ही उन्होंने बीमा एजेण्ट सर्वेश दीक्षित को बीमा रिन्यू कराने की राशि का चेक दे दिया था। सन्नी का अरोप है कि बीमा एजेण्ट सर्वेश दीक्षित ने बीमा कम्पनी में चेक नहीं लगाया और फर्जी सूचना देकर बीमा रिन्यूवल होने का आश्वासन दे दिया। 7 सितम्बर को सन्नी का बेटा अक्षत बीमार हो गया तो सन्नी ने बेटे को अपोलो स्पेक्ट्रा चुन्नीगंज अस्पताल में भर्ती कराया। मन में स्वास्थ्य बीमा होने का ख्याल रखे सनी अस्पताल के खर्चे से बेफिक्र रहे। लेकिन जब अस्पताल में उनको बीमा पाॅलिसी निरस्त होने की बात सामने आई तो उनके होश फाक्ता हो गए। उन्हें बताया गया कि बीमा का रिन्यूवल नहीं हुए बल्कि नए बीमा का अप्लाई हुआ है जोकि अभी प्रभावी नहीं है। ऐसे में सन्नी को बेटे के इलाज में हजारों रूपयों की चोट खानी पड़ी। बीमा एजेण्ट सर्वेश दीक्षित की कारगुजारी पर सन्नी ने थाना अकबरपुर में अपने साथ हुई धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई है। मामला भारतीय दण्ड संहिता की धारा 420/406/504/506 के तहत दर्ज हुआ है।