कानपुर नगर, जन सामना ब्यूरो। हर बुखार डेंगू नही होता, वर्तमान में बुखार एवं डेंगू का प्रकोप चल रहा हैं सामान्य बुखार को भी डेंगू मानते हुये जन सामान्य में घबराहट की स्थिति देखी जा सकती हैं। बुखार एवं डेंगू की रोकथाम हेतु प्रभारी कार्यवाही की जानी चाहिए। स्कूलों में छात्रों को जागरूक करने के लिए प्रयास होना चाहिये संयुक्त शिक्षा निदेशक एवं अपर निदेशक चिकित्सा दोनों की ही कार्यप्रणाली में ढिलाई पाई जाने पर कड़ी नारजगी व्यक्त की और दोनों अधिकारियों से स्पष्टीकरण लिया जाये कि क्यों नहीं स्कूलों में जागरूकता अभियान चला। सभी मण्डलीय अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि उनके द्वारा इस अभियान में जो भी कार्य किया जा रहा है उसकी प्रतिदिन समुचित फोटो ग्राफी / वीडियो ग्राफी कराकर संयक्त विकास आयुक्त को उपलब्ध कराये ताकि वह रिपोर्ट शासन को भेजी जा सके।
उक्त निर्देश मण्डलायुक्त मो. इफ्तेखारुद्दीन ने अपने शिविर कार्यालय में आयोजित डेंगू रोग की रोकथाम एवं बचाव के सम्बन्ध में आयोजित बैठक में दिये। डेंगू के लक्षणों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि अचानक तेज सिर दर्द व बुखार का होना, मास पेशियों एवं जोडों में दर्द होना, आखों के पीछे दर्द होना, जी मिचलाना एवं उल्टी होना, गम्भीर मामलों में नाक, मुँह मसूड़ो से खून आना अथवा त्वचा पर चकत्ते पड़ना आदि है। मण्डलायुक्त ने डेंगू से बचाव के लिए भी बैठक में विस्तार से बताते हुए कहा कि डेंगू फैलाने वाला मच्छर रोके हुए साफ पानी में पनपता है अतः घरों के आस पास पानी जमा न होने दें। कूलर पानी की टँकी, फ्रीज की ट्रे, टूटे हुए बर्तन, टायर एवं डिस्पोजल बर्तनों में पानी जमा न होने दें, पानी से भरे हुए बर्तनों व टंकियो को ढक कर रखें। डेंगू मच्छर दिन में कटता है अतः ऐसे कपड़े पहने जो पूरी तरह से बदन को ढक ले, डेंगू के उपचार के लिए तुरन्त सरकारी अस्पतालों की सेवाये ले और डेंगू के हर रोगी को प्लेटलेस्ट की आवश्यकता नही होती है।
मण्डलायुक्त ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह स्कूलों में प्रार्थना के बाद सभी छात्रों को सफाई के बारे में अवश्य जानकारी दें। पंचायत विभाग के उपनिदेशक से कहा कि गावों में जल भराव स्थलों को तुरन्त समाप्त कराये तथा नालियों में पानी न रुकने दें। ग्राम स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति को सक्रीय रखें और हेण्ड पम्प एवं कुओं के पास जल एकत्रित न होने दें। ग्राम विकास एवं नगर विकास को निर्देशित किया कि अनावश्यक जल भराव को समाप्त कराये नालियों में पानी न रुके तथा ऐसे स्थान जहां पर पानी काफी मात्रा में है वहां पर मिटटी का तेल या जला हुआ डीजल डलवाने की व्यवस्था की जाये। महिला एवं बाल कल्याण अधिकारी को निर्देशित किया की परिवार में मच्छर दानी के उपयोग की आदत डलवाये तथा सभी लोग पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें।
मण्डलायुक्त ने संयुक्त विकास आयुक्त को निर्देशित किया कि मण्डल के सभी जिलों के जिला विकास अधिकारी को इस कार्य के लिए नोडल अधिकारी नामित किया जाये। अस्पतालों में प्रचुर मात्रा में दवाएं उपलब्ध कराने के लिए सम्बन्धित जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया जाये।
बैठक में नगर स्वास्थ्य अधिकारी कानपुर से सफाई के सम्बन्ध में जाकारी ली तो उन्होंने बताया कि शहर के समस्त 110 वार्डो में रोस्टर बनाकर फॉगिंग का कार्य चल रहा हैं और इस कार्य में 18 जीपे एवं 38 हैण्ड फॉगिंग मशीनों का उपयोग लिया जा रहा है। मच्छरों के प्रजनन की रोकथाम हेतु जला हुआ मोबिऑयल डलवाया जा रहा है उन्होंने यह भी बताया कि 16 अगस्त से 15 सितम्बर तक शहर में विशेष अभियान शासन के निर्देशो के अनुरुप चलाया गया जिसमे केडीए, पंचायत विभाग का विशेष सहयोग लिया गया। इस अभियान में लगभग16 किलो मीटर नालियों से भी अतिक्रमण हटवाया गया। अब पुनः 21 सितम्बर से 27 सितम्बर तक विशेष अभियान में सफाई कराई जा रही हैं इसके साथ ही जल संस्थान के साथ 18 से २० स्थानों का पेयजल का परीक्षण कराया जा रहा है। जनता में जागरूकता भी अभियान के साथ चल रहा है फिर भी गन्दगी फेकते हुए लोगो का चालान किया गया। इसके साथ ही अभियान में 2182 किलों पालीथीन भी जब्त की गयी। नगर निगम एवं जिला पंचायत द्वारा लगभग 45 हजार कर्मचारियों की सेवाएं ली गयी जिसमें झाड़ू लगाना, नाली सफाई, कूड़ा /सिल्ट फेंकना एवं कीटनाशक का छिड़काव कराया गया।
बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त नरेंद्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. पंकज, उप निदेशक पंचायत सुरेंद्र सिंह, अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, समस्त अधिशाषी अधिकारी नगर पंचायत, संयुक्त शिक्षा निदेशक, जीएम जल संस्थान उपयुक्त मनोरंजन आदि अधिकारी उपस्थित थे।