शहर में जुलूस मार्गो पर रही पुलिस तैनात
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। मोहर्रम की 10 वीे तारीख पर नगर के विभिन्न मार्गाे से होकर अल्म और ताजियें का जुलूस निकला गया। जुलूस के दौरान हुसैन की याद में मातमृ करते हुए करबला तक पहुचे। जहां करबला में ताजियों को सपुर्दखाक किया। जिला मोहर्रम कमैटी द्वारा हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी चांदी के ताजियों को रखा जिसको उठाने के लिए नगर मजिस्ट्रेट शीतला प्रसाद यादव, क्षेत्राधिकारी नगर डा0 अरूण कुमार कार्यक्रम में मौजूद रहे।
मुस्लिम नव वर्ष के चलते पहले महीने में मोहर्रम का कार्यक्रम किया जाता हैं। मुस्लिम गुरूओं की माने तो मोहर्रम की नौ वे तारीख को रात्रि में जगह-जगह ताजियें रखे जाते है। सिया समुदाय के लोग मातमी जुलूम करबला से निकालते है। जहां वह लहु-लुहान हालत में करबला में शहीद होने वाले हुसैन की याद को ताजा करते है।
सुन्नी समुदाये के लोग अलम-ताजियों को रखने के बाद उनको करबला में ले जाकर सपुर्द खाक करते है। मुस्लिम जानकारों की माने तो अली शेरे खुदा के नबासे हसन हुसैन की यहुदियों द्वारा करबला में हत्या कर दी गयी थी। जिनकी याद में यह दिन मनाया जाता है। शहर के बडे इमामबाडे से जिला मोहर्रम कमैटी द्वारा चांदी के ताजियों को नगर मजिस्टैªट शीतला प्रसाद यादव , सीओ नगर डा0 अरूण कुमार कमेटी के लोगो के साथ मुस्लिम समाज के सैकडों लोग मौजूद रहे।