फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। आदर्श शिक्षा सहायक वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित बैठक में शिक्षा मित्रों की समस्याओं पर गंभीर मंथन किया गया।
पदाधिकारियों ने कहा कि उप्र सरकार द्वारा आदर्श शिक्षा सहायक शिक्षा मित्रों के साथ बार बार आश्वासन देने के बावजूद भी सौतेला व्यवहार कर रही है। प्रदेश में लगभग 2600 शिक्षा मित्रों को 116 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से 3500 प्रति माह देती हैं, जिसमें भी साल में एक माह का पैसा सरकार खा जाती है चैराहे पर मजदूरी करने वाले सरकार 35 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी देती है। जिसके कारण शिक्षा मित्रों के परिवार के बच्चे एवं असमायोजित शिक्षामित्र गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं। जबकि भारत सरकार मनरेगा के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों को सरकार दो रूपये किलो गेहूं, तीन रूपये किलो चावल देती है। शिक्षा मित्रों के बच्चे फटे पुराने टैकरी लगे कपड़े पहनने को मजबूर हैं। इनके बच्चे पढ़ाई से वंचित होने के कारण घरांे पर बैठे हैं, क्योंकि फीस भरने के लिये पैसे नहीं हैं। जिलाध्यक्ष आदर्श शिक्षा सहायक वेलफेयर के अध्यक्ष महेंद्र कुमार ने कहा कि अगर उप्र सरकार हमारी मांगों को नहीं मानेगी तो 2017 में विधानसभा चुनावों में सत्ताधारी पार्टी का विरोध करेंगे एवं बहिष्कार करेंगे। चार दिसम्बर को शिक्षामित्र बेसिक शिक्षा सचिव का घेराव करने को इलाहाबाद कूच करते हुये हल्ला बोल आंदोलन करेंगे। सभा स्थल पर रहीशपाल यादव, ओमकार सिंह, मो. रहीश, नीलम यादव, योगेंद्र यादव, विनीता, शबनम, धीरेंद्र कुमार, राजेश कुमार, नीलेश कुमार, हजारीलाल आदि मौजूद रहे।