इस पांच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय आयोजन में 13 देशों के 1500 प्रतिनिधि भाग लेंगे
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद 10 अक्टूबर, 2017 को नई दिल्ली में केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी और केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण राज्य मंत्रियों अर्जुन राम मेघवाल और डाॅ. सत्यपाल सिंह की मौजूदगी में भारत जल सप्ताह-2017 का उद्घाटन करेंगे। भारत और 13 अन्य देशों के लगभग 1500 प्रतिनिधि इस पांच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय आयोजन में भाग लेंगे। भारत जल सप्ताह-2017 की थीम है ‘समावेशी विकास के लिए जल एवं ऊर्जा’।
भारत जल सप्ताह (आईडब्ल्यूडब्ल्यू) का पांचवां संस्करण एक बहु-विषयक सम्मेलन और साथ-साथ आयोजित की जाने वाली प्रदर्शनी के साथ मनाया जाएगा। इस दौरान थीम को रेखांकित करने के साथ-साथ बैठक के विचारार्थ क्षेत्रों के लिए उपलब्ध तकनीकों एवं सोल्यूशंस को दर्शाया जाएगा। इस आयोजन के तहत प्रमुख घटक-जल, खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा सतत विकास के लिए अनिवार्य जरूरतें, समावेशी विकास के लिए जल, सतत ऊर्जा विकास सर्वांगीण आर्थिक विकास की कुंजी व जल एवं समाज है। अनेक प्रख्यात अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय हस्तियों के एक विशाल समूह को जल एवं विद्युत प्रबंधन, तकनीकी एवं सामाजिक कदमों के क्षेत्र में अपने अनुभवों को साझा करने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है, ताकि उनके विशिष्घ्ट क्षेत्रों में जल एवं ऊर्जा सुरक्षा हासिल की जा सके और भागीदारी आधार पर सृजित परिसंपत्तियों का समुचित प्रबंधन किया जा सके। इसके अलावा, इस दौरान विशेष सत्र भी आयोजित किये जाएंगे, जिसमें गणमान्घ्य व्यक्ति, प्रतिनिधि, राजनीतिज्ञ और इस आयोजन से संबंधित क्षेत्रों के विशेषज्ञ भाग लेंगे। इस थीम से जुड़े कुछ विशिष्ट मसले सुलझाने के लिए विशेषज्ञ प्रोफेशनल निकायों और विचारकोंको इस दौरान कुछ अलग कार्यक्रम आयोजित करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
आंध्र प्रदेश, गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्घ्य प्रदेश, मणिपुर, गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश की राज्य सरकारों ने प्रायोजक के रूप में अपनी भागीदारी की पुष्टि कर दी है। केन्द्र सरकार के मंत्रालयों / संगठनों / विभागों की ओर से कृषि, सहयोग एवं किसान कल्याण विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग और दामोदर वैली काॅरपोरेशन ने भी प्रायोजक के रूप में अपनी भागीदारी की पुष्टि कर दी है।
इस सम्मेलन के साथ सह-अवस्थित बिजनेस टू बिजनेस प्रदर्शनी ‘इंडिया वाटर एक्सपो 2017’ का भी आयोजन 11 अक्टूबर से लेकर 14 अक्टूबर 2017 तक किया जाएगा, जिस दौरान ऐसी नवीनतम तकनीकों पर फोकस किया जाएगा, जो जल प्रबंधन से जुड़े मसलों को सुलझाने में मददगार साबित होंगी।
जल संसाधन किसी भी देश के विकास के लिए अपरिहार्य माने जाते हैं। जीवन के सभी क्षेत्रों के साथ-साथ आर्थिक विकास में भी जल की महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखते हुए जल संसाधन मंत्रालय राष्ट्रीय स्घ्तर पर ‘विश्व जल दिवस’ मनाता रहा है। वर्ष 2011 के दौरान जल संसाधन मंत्रालय ने यह निर्णय लिया था कि सिंगापुर और स्टाॅकहोम में होने वाले आयोजनों की तर्ज पर राष्ट्रीय स्तर के आयोजनों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर में तब्दील किया जाएगा।
जल एवं ऊर्जा दैनिक जीवन की बुनियादी आवश्यकताएं हैं। इसके साथ ही सामाजिक उत्थान के साथ-साथ देश के आर्थिक विकास के लिए भी इन्हें सर्वाधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। बढ़ती जनसंख्या की ओर से ज्यादा मांग के साथ-साथ आर्थिक दर्जे में बेहतरी होने से उपलब्ध संसाधनों की मांग बढ़ती जा रही है और हमें कुछ इस तरह से निरंतर प्रयास करने होंगे, जिससे कि जल की समान मात्रा से ही बढ़ती जरूरतों को पूरा किया जा सके। इसके परिणामस्वरूप जल संसाधनों की सीमित उपलब्धता का संरक्षण करने एवं दक्ष तरीके से इसका अधिकतम उपयोग करने की जरूरत है। सामुदायिक संसाधन के रूप में जल का प्रबंधन न्यायसंगत तरीके से करने की आवश्यकता है। संबंधित मुद्दों की बेहतर समझ, समस्त हितधारकों के बीच पारस्परिक सहयोग एवं व्यापक तथा एकीकृत अवधारणा पर अमल के जरिए कारगर एवं दक्ष जल प्रबंधन संभव है।
भारत के जल संसाधनों पर केन्द्रित एक अंतर्राष्ट्रीय आयोजन सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार का जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय वर्ष 2012 से ही एक वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय आयोजन के रूप में ‘भारत जल सप्ताह’ आयोजित करता रहा है। भारत जल सप्ताह के चार संस्करण अब तक वर्ष 2012, 2013, 2015 और वर्ष 2016 में आयोजित किये जा चुके हैं।
‘भारत जल सप्ताह’ के पूर्ववर्ती आयोजनों के दौरान पेश की गई सिफारिशें / प्रभावकारी उपाय केन्द्र सरकार के साथ-साथ सभी राज्य सरकारों के समस्त संबंधित मंत्रालयों के विचारार्थ भेजे जा चुके हैं, ताकि उन पर समुचित तरीके से अमल किया जा सके।
किसानों एवं जल उपयोगकर्ता संघ (डब्ल्यूयू), गैर सरकारी संगठनों, विशेषज्ञों और अन्य हितधारकों को शामिल करते हुए ‘आईडब्ल्यूडब्ल्यू-2017’ को और ज्यादा सहभागितापूर्ण बनाने की योजना बनाई गई है। उद्घाटन समारोह के बाद पूर्ण सत्र आयोजित किया जाएगा। इस दौरान संबंधित थीम पेपर पर एक प्रस्तुति के साथ-साथ विदेशी भागीदार यूरोपीय संघ, प्लेटिनम स्पांसर नीदरलैंड की ओर से प्रस्तुति और आमंत्रित वक्ताओं द्वारा भी प्रस्तुतियां दिये जाने का प्रस्ताव है। इसके अलावा विश्व जल फोरम मार्च, 2018 में ब्राजील में आयोजित होने वाले आठवें विश्व जल फोरम पर एक छोटी प्रस्तुति देगा।