कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। लीडरशिप के गुण परस्पर सम्पर्क लोगों, समुदाय के बीच से निकल कर आते है। अच्छे विचार, जानकारी में गुणवत्ता व मानक का होना जरूरी है। जिस प्रकार गुलामी, अशिक्षा, असमानता, पूॅजीवाद और सम्प्रदाय के विरूद्व कवियो, शायरो आदि ने एक वातावरण तैयार कर प्रमुख भूमिका अदा की है। उसी प्रकार परिस्थितियो के अनुसार परिवर्तन से सम्बन्ध, कार्यो, विचारधारा लाकर, अच्छा लीडर बना जा सकता है। लीडरशिप के लिए पारदर्शिता निष्ठा व ईमानदारी से टीम भावना के साथ समय प्रबन्धन जरूरी है। यह जानकारी विकास भवन में विगत चार दिन से चल रहे टीटीएफ ट्रेनिंग कार्यक्रम के दौरान मास्टर ट्रेनर अबरार अब्बासी तथा अब्दुल रहमान चिश्ती ने प्रशिक्षण में दी। उन्होने कहा कि लीडर को नकारात्मक सोच को अपने करीब नही आने देना है उसे मन मस्तिक में हमेशा सकारात्मक सोच व ऊर्जा से भरपूर रहना है। प्रशिक्षण को एडीएम प्रशासन शिव शंकर गुप्ता, अपर पुलिस अधीक्षक मनोज सोनकर, डीडीओ आर आर मिश्र सहित अनेक अधिकारियो ने लिया। इस मौके पर डिप्टी डीएफओ मुकेश शर्मा, उपकृषि निदेशक, सेवायोजन अधिकारी, डीएसओ, एएमए, अधिषाशी अभियंता सिचाई, डीसी मनरेगा, डीआईओएस आदि ने अपने विचार शेयर कर बेहतर लीडरशिप को कैसे तैयार किये जाये बताया। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अमर पाल सिंह, एडीसूचना प्रमोद कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।