डकैती मामले में पुलिस के पंद्रह दिन बाद भी हाथ खाली
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। थाना जसराना के गांव नगला मदना में हुई पंद्रह लाख की डकैती मामले में पुलिस के हाथ पंद्रह दिन बाद भी खाली रहे। पुलिस ने हिरासत में लिए मजदूरों से पूछताछ के बाद छोड दिया। जहां एसएसपी पूरे मामले में नजर रखे हुए हैं, वहीं एसपी देहात पूरे मामले की निगरानी कर रहे हैं। राशन डीलर के बडे़ पुत्र ने थाना जसराना में छह अज्ञात बदमाशों के खिलाफ अभियोग दर्ज कराया था। वहीं राशन डीलर की पत्नी की शुक्रवार को उपचार के दौरान मौत हो गई।
थाना जसराना के गांव नगला मदना में छह अक्टूबर की रात्रि को आधा दर्जन बदमाशों ने जमकर कहर ढाते हुए प्रधान रवीस यादव के चाचा एवं राशन डीलर देवेंद्र सिंह गोली मारकर एवं उनकी पत्नी शीला देवी को मारपीट कर घायल करते हुए पंद्रह लाख की डकैती डाली थी। परिजनों ने घायल देवेंद्र एवं उसकी पत्नी शीला देवी को उपचार के लिए आगरा के पुष्पांजलि अस्पाताल में ंभर्ती कराया था। जहां देवेंद्र की हालत में सुधार के बाद छुट्टी मिल गई वहीं उसकी पत्नी की हालत अभी भी स्थिर बनी हुई थी। पत्नी ने शुक्रवार को दम तोड दिया। पत्नी के दम तोडते ही परिवार में कोहराम मच गया। घटना के बाद से पुलिस मामले के खुलासे के लिए चकरघिन्नी बनी हुई है। पुलिस ने घटना के बाद घर में काम कर रहे मजदूरों को हिरासत में लिया था। लेकिन अभी तक पुलिस किसी भी ठोस निर्णय तक नहीं पहुंच पाई है।पुलिस की कार्यप्रणाली पर शक जता रहे लोग
फिरोजाबाद। छ्रह दिन बाद भी डकैती जैसे मामले में कोई खुलासा न होने पर लोग पुलिस की कार्यप्रणाली पर शक जताने का कार्य कर रहे हैं। लोगांे का कहना है कि पुलिस की कार्यप्रणाली संदेह के दायरे में हैं। अगर पुलिस चाहे तो मामले को खोल सकती है। लेकिन थाना जसराना पुलिस जानबूझकर मामले को टरकाने का प्रयास कर रही है। जबकि हादसे के बाद एसएसपी डा. मनोज कुमार ने 5 टीमों का गठन कर शीघ्र खुलासे का दावा किया था।
कई ऐंगिल से कर रही पुलिस जाॅच
फिरोजाबाद। जसराना पुलिस कई एंगिल से पूरे मामले की जाॅच कर रही है। पुलिस ने जानने का प्रयास किया कि वारदात के बाद बदमाश कहां और कैसे भागे। पुलिस सर्विलांस के साथ अन्य माध्यमों की मदद लेकर अपराधियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही हैं।