हाथरस, जन सामना संवाददाता। पावन मार्गशीर्ष माह को भगवान श्रीकृष्ण ने अपना स्वरूप दिया है। क्योंकि इसी मास में अगहन सुदी पंचमी को भगवान श्री सीताराम जी महाराज का मिथिला में विवाह हुआ था। इसी बिहार पंचमी को श्री स्वामी हरिदासजी महाराज के लिये वृन्दावन बिहारी जी प्रगट हुये थे। इसी पावन मास में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीताजी का उपदेश गीता जयन्ती के अवसर पर दिया था। ऐसे पावन मार्गशीर्ष माह में श्री हनुमान जी महाराज की प्रेरणा से मन्दिर श्री राम दरबार राम चैक में मिथिला एवं अवधपुरी पद्धति से चित्रकूट के पूज्य संतों के सानिध्य में श्री सीताराम विवाह का मंगलमय आयोजन कल 4 दिसम्बर को आयोजित होने जा रहा है।
पत्रकार वार्ता में पं. भोलेशंकर शर्मा ने बताया कि जनकपुरी स्वरूप श्री राम दरबार में भगवान श्री सीताराम जी का अद्भुत श्रृंगार फूलबंगला एवं बिजली की जगमगाती रोशनी में सेठ कैलाशचन्द्र बूटिया, मनोज बेटिया, दीपक बूटिया, संजीव बूटिया एवं समस्त बूटिया परिवार चारों दूल्हा सरकार की बारात का भव्य स्वागत जैमाला एवं भांवरों की रस्म मंदिर प्रांगण में करायेंगे। अवधपुरी स्वरूप बड़े हनुमानजी, श्री सीताराम मंदिर हनुमान गली में अवधपुरी सजाई जायेगी। वहां भी भगवान श्री रामजी के भव्य दिव्य दर्शन एवं श्रीरामचरित मानसजी के बालकांड की चैपाई दोहों से सस्वर पाठ की स्वर लहरी के मध्य चारों दूल्हा सरकार घोड़ों पर बैठकर गाजे बाजे के साथ नगर के मुख्य-मुख्य बाजारों में दर्शन देते हुये राम चैक श्री राम दरबार मंदिर (जनकपुरी) के लिये प्रस्थान करेंगे। सायंकाल 4 बजे गौधूलि बेला में श्री गोवर्धन सेवा समिति श्री राम दरबार प्रभातफेरी मंडल एवं नगर के भगवदीय भाई-बहिनों को बारात में चलने के लिये सादर आमंत्रण है। पत्रकार वार्ता में कैलाशचन्द्र बूटिया, मनोज बूटिया, पं. भोलेशंकर, डा. जितेन्द्र स्वरूप शर्मा फौजी, गिरधारीलाल लोहिया, बंटी अग्रवाल, दीपक बूटिया, संजीव बूटिया, गुलशन सूरी, संजीव वाष्र्णेय (गामा वाले), दाऊदयाल वाष्र्णेय, श्याम अग्रवाल, राकेश बूटिया, मीडिया प्रभारी राजू शर्मा आदि मौजूद थे।