हाथरस, जन सामना संवाददाता। अभी हाल ही में बसपा से निष्कासित सदर विधायक गेंदालाल चैधरी और पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय के बीच तीखी बयानबाजी शुरू हो गयी है और पूर्व ऊर्जा मंत्री के आरोप पर विधायक गेंदालाल चैधरी ने पलटवार करते हुये कहा है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में क्राॅस वोटिंग उनके बेटे ने नहीं, बल्कि खुद पूर्व मंत्री के परिवार ने की थी।
विधायक गेंदालाल चैधरी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव रामेश्वर उपाध्याय के नाम पर लड़ा गया, लेकिन सदस्यों का चुनाव परिणाम आने के बाद अध्यक्ष पद को लेकर उपाध्याय परिवार में द्वंद्व शुरू हो गया। नामांकन के आखिरी दिन विनोद उपाध्याय और रामेश्वर उपाध्याय ने पर्चे खरीदे। मेरे हस्तक्षेप से ही विनोद का पर्चा भरवाना तय हुआ। विधायक का दावा है कि पूर्व मंत्री के भाई की पत्नी ने उनके खिलाफ मतदान किया। आरोप है कि पूर्व मंत्री 2012 से ही उनका टिकट कटवाने के लिए प्रयासरत थे। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष के कान भरे और कोर्डीनेटर से मिलकर मेरा टिकट षडयंत्र के तहत कटवाने में सफल हो गये और कोर्डीनेटर के द्वारा धन बल के सहारे पुष्टि करवा दी। उन्होंने कहा है कि मेरे खिलाफ अनर्गल बयानबाजी करके मेरे समाज को भ्रमित न करें और मेरा समाज ही नहीं पूरा हाथरस जानता है कि सच्चाई क्या है?