संजय कुमार गिरि, नई दिल्ली। नवांकुर साहित्य सभा एवं दिल्ली पब्लिक लाईब्रेरी, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित काव्य विधा के बहुत सुंदर और लोकप्रिय छंद ‘‘महिया’’ पर विशेष ‘युवा काव्य गोष्ठी’ एवम रजनीगन्धा पुस्तक का विमोचन दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के सामने, चाँदनी चैंक मैट्रो स्टेशन गेट न. 2 में किया गया । मंचाशीन अतिथि साहित्यकारों एवम कविगण में लक्ष्मीशंकर बाजपेयी, अनिल मीत, मनोज अबोध व शैल भदावरी रहे । सभी अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित एवं पुष्प अर्पित करने के उपरान्त एटा से आये कवि डाॅ प्रशांत देव के मधुर स्वर में सरस्वती वंदना हुई इसके उपरान्त काव्य पाठ आरम्भ हुआ !
काव्य गोष्ठी का संचालन हास्य कवि गुड्डू शादीसुदा ने बहुत मोहक एवम लाजबाब अंदाज में किया । इस सुअवसर पर शब्दांकुर प्रकाशन द्वारा प्रकाशित एवं काली शंकर सौम्य एवं संजय कुमार गिरि द्वारा सम्पादित 24 कवियों द्वारा लिखी कविताओं का काव्य संग्रह ‘रजनीगंधा’ पुस्तक का लोकार्पण भी किया गया। रजनीगन्धा पुस्तक में सम्मलित रचनाकारों के अलावा दिल्ली एन सी आर से आये लगभग 35 कवियों ने मंच से अपना शानदार काव्यपाठ भी किया जिनमें नयन सिंह नयन, इंद्रजीत कुमार, मनोज मनमौजी, उमेश निर्झर, चरनजीत सिंह, इब्राहीम अल्वी, जगदीश मीणा, ओम प्रकाश शुक्ल, कल्पना शुक्ला, बलराम निगम, सरौज शर्मा, रवि सरोहा, सृजन शीतल, अनिमेष शर्मा आदि। नवांकुर साहित्य सभा के अध्यक्ष अशोक कश्यप एवं महासचिव काली शंकर ने अतिथियों का स्वागत पुष्प माला एवम अंगवस्त्र पहना कर किया ।