कानपुर देहातः जन सामना ब्यूरो। बच्चे राष्ट्र के भविष्य व निर्माता होते है साथ ही वह कुम्हार की मिट्टी की तरह होते है उनको जैसा उनके माता पिता अभिभावक, शिक्षक व समाज ढालेगा वह वैसा ही आकार या उसी के अनुसार बन जाते है। बच्चों के शिक्षा दीक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। शिक्षक बच्चों में अच्छी शिक्षा के साथ ही उनमें संस्कार भी विकसित करें। वे अपने माता पिता बड़ों का आदर करंे तथा अच्छी शिक्षा लेकर अपना सर्वांगीण विकास करें।
ये उद्गार माती मावर भोगनीपुर रोड स्थित जैन वल्र्ड स्कूल का परिवर्तन 2017 वार्षिक उत्सव के अवसर पर मुख्य अतिथि सुधीन्द्रा जैन द्वारा व्यक्त किये गये। विद्यालय की प्रधानाचार्य अल्पना सहाय ने सभी अतिथियों व अभिभावकों का आभार प्रकट करते हुए विद्यालय के वार्षिक गतिविधियों को विस्तार से बताया। वार्षिक उत्सव में बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गयी। कार्यक्रम की शुरूआत कबीर वाणी को बच्चों द्वारा आकर्षक तरीके से प्रस्तुत किया गया। कबीर वाणी के माध्यम से बताया गया कि कबीरदास जी ने अन्धविश्वास, पाखण्डों पर कड़ा प्रहार कर मानवता व राष्ट्रएकता पर जोर दिया जो आज के समय प्रसांगिक है। हिन्दी नाटक बाप बड़ा न भैया सबसे बड़ा रूपया ने सबका सोचने पर मजबूर किया कि पैसे के लिए आदमी क्या नही कर देता है तथा नाटक के माध्यम से समाज के बुजुर्गाो की दहनीय स्थिति को भी आकर्षक ढ़ग से प्रस्तुत किया। वार्षिक उत्सव में विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा कबीर वाणी, फिट आॅन फायर, जल ही जीवन है-पुट ए स्टाॅप टू द ड्रोप आदि विभिन्न विषयों पर सम्बोधन, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि भी प्रस्तुत किये गये। इस मौके पर सहायक निदेशक सूचना प्रमोद कुमार, पुष्पेय हास्टिल की एमडी, चेयरमैन अमरनाथ अग्रवाल, मैनेजिक ट्रस्टी कपिल अग्रवाल, श्रवण कुमार झां आदि सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्रायें व उनके अभिभावक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन भली भांति प्रधानाचार्या अल्पना सहाय द्वारा किया गया।