दादरीः जन सामना ब्यूरो। हरियाणा राज्य की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य पर निर्मला स्मृति साहित्यक समिति द्वारा हरियाणा के चरखी दादरी में ‘अंतरराष्ट्रीय परिदृश्यः अनुवाद और शिक्षण,‘ पुस्तक -जय रक्तवीर,पत्रिका- शोध मंजूसा लोकार्पण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रतिष्ठित साहित्यकार यशपाल निर्मल व केवल कुमार केवल मुख्यअतिथि मंचासीन रहे। इसी कार्यक्रम में यशपाल निर्मल ने अपना शोध पत्र भी प्रस्तुत किया।
राष्ट्रीय सेमीनार में देश भर से साहित्यकार, अनुवादक, बुद्धीजीवीओं ने भाग लिया। जिनमें प्रो. पूरन चंद टंडन, दिल्ली, डा कृष्णा आचार्य, बीकानेर, डा कमल किशोर नागपुर, घोड़पड़े पद्माकर, पूणा, डा पवना कुमारी, चेन्नई, डा संजय चैपड़ा, कोल्हापुर, जगत सिंह हुड्डा, डा. अंजंना सैनी, डा. मान सिंह, प्रो शाम लाल कौशल, ड सुरेश सिंघल, डा. विकास, डा. सुभाष आसरा, डा. मधुकांत, डा कैलाश चंद शर्मा, कैप्टन राम भगत, लक्ष्मी नारायण, विश्वेश्वर दयाल, डा. बसंत वंसल, डा नरेश सिहाग, ज्योति स्वरूप और प्रो नरेश मिश्रा हैं, इनके साथ ही काव्य संग्रह – संघर्ष पथ के लिए मुकेश कुमार ऋषि वर्मा (युवा साहित्यकार एवं क्षेत्रीय फिल्मकलाकार) को निर्मला युवा साहित्य सर्जन सम्मान – 2017 प्रदान किया गया।
समिति के अध्यक्ष डा. अशोक कुमार मंगलेश ने बताया कि इस अयोजन का प्रयोजन अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य में हिंदी भाषा, अनुवाद और शिक्षण पर चर्चा करना। और देशभर के विद्वानों में आपसी संवाद को बढ़ावा देना है।