इटावाः जन सामना ब्यूरो। 6 महीने से ज्यादा समय से लापता हुए गिरीश यादव और भोले के अपहरण कांड का पता पुलिस लगाने में नाकाम रही, इसी बात को लेकर उनके परिजनों ने आज इटावा कचहरी परिसर में भूख हड़ताल के लिए बैठ गए। परिजनों का कहना है कि इस अपहरण कांड में काफी बड़े लोग हैं जिनके ऊपर पुलिस कार्रवाई करने में सक्षम नहीं दिख रही है इसलिए पुलिस का रवैया ढीला होता जा रहा है। पुलिस की कार्यवाही से नाखुश होकर कचहरी परिसर में भूक हड़ताल पर बैठ गए।
बताते चलें कि इटावा के जसवंतनगर थाने क्षेत्र में गिरीश यादव उर्फ भोले भट्टा व्यवसायी हैं और वो सभासद भी रहे हैं उनका आज से 6 महीने पहले अपहरण हो गया था इसी वजह से परिवारीजन व पड़ोसी काफी संख्या में आकर कचहरी परिसर के अंदर वृक्ष के नीचे भूख हड़ताल पर बैठ गए। 27 जून को लापता हुए जसवंत नगर के पूर्व सभासद गिरीश यादव उर्फ भोले के परिजन दर्जनों महिलाओं और पुरुषों के साथ कलक्ट्रेट में बैठे भूख हड़ताल पर परिजनों का कहना है कि पुलिस कह रही है कि उनकी हत्या हो चुकी है और अभियुकों ने चम्बल नदी में फेंक दी जो बरामद नहीं हो सकी ये कहना गलत है भूख हड़ताल पर बैठी लापता भोले की बेटी का कहना है कि मेरे पिता जिंदा हैं। बड़े लोगो के दबाव में पुलिस नहीं कर रही खुलाशा। जब तक मेरे पिता नही मिलते तब तक हम सब बैठे रहेंगे भूख हड़ताल पर। वहीं पुलिस का कहना है इस घटना का वर्कआउट पुलिस ने कर दिया है जिसमें 4 लोगों को पुलिस ने जेल भी भेजा है और अभी जांच बाकी है जिसमें पुलिस इसका पता लगाने में पड़ी है लेकिन सबसे बड़ी बात यह है इटावा जनपद के पुलिस छोटी-मोटी घटनाओं को खुलासा करते हुए नजर आती है जिसमें पुलिस के अधिकारी अपने पीठ खुद ही थपथपाते हुए नजर आते हैं और वही बड़ी घटनाओं को लेकर पुलिस घटना का खुलासा में असहज लगती है ?