कानपुर नगर, प्रियंका तिवारी। सर्दी बढने के साथ साथ अस्पतालों में सांस सम्बन्धित रोगों के मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। इसका कारण सर्दी के साथ शहर में फैला प्रदूषण भी है। शहर की आबोहवा में घुली जहरीली गैसें सीधे शहरवासियों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहीं हैं। सर्दी बढने के साथ साथ वायु प्रदूषण के कारण अस्थमा, सांस के साथ एलर्जी के रोगियों की संख्या भी बढती जा रही है और अस्पतालों में लगातार इन बीमारियों के मरीज आ रहे हैं। डाक्टरों की मानें तो बड़ा कारण शहर मेें फैला प्रदूषण है जो सांस में माध्यम से शरीर में जाकर फेफड़ों को संक्रमित कर रहा है। बारिश के बाद बीते दो दिन में जहां हल्का प्रदूषण कम हुआ है लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। शहर की हवा में जहरीली गैसों के साथ हानिकारक पार्टिकुलेट मैटर की भी मात्रा पाई जा रही है। वहंी मुरारीलाल चेस्ट हास्पिटल में रोजाना दस से ज्यादा मरीज आ रहे हैं। डाक्टरों ने बताया कि वह लोग ज्यादा प्रभावित है जो शाम को टहलते हैं क्योंकि सुबह की अपेक्षा शाम को शहर मे प्रदूषण का स्तर खतरनाक ढंग से बड़ा होता है।
छायाकारः नीरज राजपूत