लालगंज, रायबरेलीः राहुल यादव। आल्हा के माध्यम से शौर्यता एवं वीरता के दर्शन होते हैं। लोग गीतों में हमें भारत की संस्कृति की झलक मिलती है। इसलिए इन्हें अक्षुण्य बनाए रखना जरूरी है। कस्बे के मंडी परिषद स्थित परिसर में इंडियन पोटास लिमिटेड एवं भारतीय सांस्कृतिक मंडल नई दिल्ली के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय आल्हा महोत्सव एवं लोकगीत महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद जिला सहकारी बैंक उन्नाव के अध्यक्ष मदन मिश्रा ने व्यक्त किए। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि नगर पंचायत अध्यक्ष रामबाबू गुप्ता ने कहा कि लोकगीतों में भारत की शौर्य एवं संस्कृति की छवि देखने को मिलती है। इन्हें संरक्षित करने के लिए युवाओं को जागरूक करना जरूरी है। इस तरह के आयोजन महत्वपूर्ण होते हैं। कार्यक्रम में अपरजिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राजेस कुमार प्रजापति, जिलासहकारी बैंक उन्नाव के अध्यक्ष मदन मिश्रा, पूर्व विधि न्याय मंत्री गिरीश नारायण पाडंेय, उपजिलाधिकारी राजेश प्रसाद तिवारी, तहसीलदार डा.जगन्नाथ सिंह आदि ने मंा सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। एसजेएस स्कूल की छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। आल्हा गायक राजकुमार यादव, ओम प्रकास यादव, नेहा सिंह, कन्हैयालाल, रामदास, सिवसरण लाल, रामनरेश आदि ने आल्हा गायन एवं लोक गायिका रामप्यारी ने लोकगीतों का गायन किया। उपजिलाधिकारी राजेस प्रसाद तिवारी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोश को समर्पित आल्हा का गायन भी किया जिसे सभी ने खूब सराहा। सभी अतिथियों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित भी किया गया। आल्हा महोत्सव एवं लोकगीत महोत्सव व सम्मान समारोह का संयोजन सुनील कुमार दीक्षित व संचालन संयोजक व व्यवस्था प्रमुख सुसील शुक्ला के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में तहसीलदार डा0 जगन्नाथ सिंह, मंडी सचिव मुकेस जायसवाल, भाजपा नेता हरिसंकर पांडेय, राजेश सिंह फौजी, आशीष बाजपेई, सुरेन्द्र गुप्ता,मंगल प्रसाद यादव,डा0 ओपी सिंह इंडियन पोटास लिमिटेड के क्षेत्रीय प्रबंधक अजय शंकर शुक्ला, अधिशासी अधिकारी अजीत कुमार बागी, भारतीय सांस्कृतिक मंडल के सचिव सुनील कुमार दीक्षित, कोतवाल रवेंद्र सिंह, आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे। आज शुक्रवार को भी आल्हा व लोकगीतोें का कार्यक्रम मंडी समिति मे होगा।