हाथरस, जन सामना संवाददाता। ओशो का जन्मोत्सव ध्यान, नृत्य के साथ जलेसर रोड स्थित रेस्टोरेंट में स्वामी नीरव सरताज के सानिध्य में मनाया गया। ओशो के छविचित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। डा. अमित साहनी ने कहा कि ओशो की प्रासंगिकता भारतीय समाज में आज भी है और कल भी रहेगी। ओशो जैसे बुद्धत्व प्राप्त व्यक्ति पृथ्वी लोक पर मानव जाति को नई दिशा देने के लिये बहुत समय बाद आते हैं। जिन्होंने मानव जाति के कल्याण के लिये ध्यान, प्रेम, उत्सव का मार्ग दिखाया। राकेश उपाध्याय ने कहा कि किसी से किसी तरह की प्रतिस्पर्धा की आवश्यकता नहीं है आप स्वयं में जैसे हैं एकदम सही हैं। खुद को स्वीकारिये और जीवन में आगे बढ़ते जाइये यही ओशो का संदेश है। स्वामी नीरव सरताज ने कहा कि ओशो अहं को नष्ट कर स्वयं में जीने की कला सिखाते हैं। इस अवसर पर अखिल जैन, विवेक वाष्र्णेय, जीतू मिश्रा, ओमप्रकाश गुप्ता, अजय उपाध्याय, आर्यन उपाध्याय, पर्जन्य उपाध्याय, संजय सिन्हा आदि उपस्थित थे।