Sunday, November 24, 2024
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मानव अधिकार की सबसे ज्यादा आवश्यकता कमजोर व असहाय वर्ग को है।

हाथरस, जन सामना संवाददाता। मानव अधिकार की सबसे ज्यादा आवश्यकता कमजोर व असहाय वर्ग को है और मानव अधिकारों की उत्पत्ति भी इनके उत्थान के लिये ही हुई है। मानव अधिकार दिवस के अवसर पर यूनीवर्सल ह्यूमेन राइट्स काउंसिल के तत्वावधान में मानव अधिकार जागरूकता सम्मेलन का आयोजन पी.सी. बागला महाविद्यालय में हुआ।
मुख्य अतिथि जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने कहा कि व्यक्ति को सबसे पहला अधिकार जीवित रहने का अधिकार जो कि पूर्णतः स्वास्थ्य के अधिकार से जुड़ा हुआ है। पूरी दुनिया में कुपोषित बच्चों में एक तिहाई संख्या भारत में है। यह आंकड़ा सभ्य समाज और सभ्य राष्ट्र के लिये शर्म की बात है। पूरी दुनिया का खुले में शौच 65 प्रतिशत भारत में होता है, ऐसी कुरीतियों पर किसी का ध्यान नहीं जाता है। प्रत्येक मनुष्य को दो बुनियादी अधिकार अवश्य मिलने चाहिये, सभ्य समाज और स्वच्छ पर्यावरण जिसमें स्वच्छ हवा व स्वच्छ पानी हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को क्या दे रहे हैं। अभी नहीं सोचा तो फिर हम कुछ नहीं कर पायेंगे और विद्यार्थियों को अपने जीवन में से झिझक और आलस्य को त्यागना पड़ेगा।
विशिष्ट अतिथि प्राचार्य राजकमल दीक्षित ने कहा कि पहले भी कानून होते थे और उनका पालन होता था, बुरे कार्य को रोकना आसान है, इसके उल्ट अच्छे कार्य को करने के लिये प्रेरित करना काफी कठिन है। किसी धर्म में नहीं लिखा है कि किसी दूसरे को कष्ट पहुंचाया जाये। वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश शर्मा ने कहा कि जमीनी स्तर पर कार्य होने चाहिये, जब आम आदमी को फायदा मिलेगा और मानव अधिकार का सार्थक पहलू सामने आयेगा। राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन वाष्र्णेय ने कहा कि समाज में फैलने वाली कुरीतियों को दूर करने के लिये आन्दोलन की आवश्यकता है। अगर अभी भी नहीं जगे तो फिर कभी भी सुबह नहीं होगी, फिर मनुष्य के हाथ में कुछ नहीं रह जायेगा। काउंसिल के माध्यम से पूरे राष्ट्र के अन्दर जागरूकता का कार्य कर कर्तव्यों के प्रति निर्वहन का अभियान चलाया जा रहा है। जो एक दिन आन्दोलन का रूप लेगा। कपिल अग्रवाल, हवलदार सुरेश कुमार, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य देवेन्द्र गोयल ने संगठन के विस्तार पर प्रकाश डाला और अपने वक्तव्य दिये। अध्यक्षीय भाषण में प्रदेश प्रमुख स्वास्थ्य संरक्षण डा. आर. के. उपाध्याय ने कहा कि कहीं गई बातों को अपने अन्दर आत्मसात करें। जिलाध्यक्ष विमलेश बंसल व जिला महासचिव शैलेन्द्र सांवलिया ने सभी का आभार प्रगट किया। सम्मेलन का शुभारंभ अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन कर मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। सभी अतिथियों का स्वागत बुकें देकर किया और अन्त में सभी अतिथियों को राधाकृष्ण की प्रतिमा देकर सम्मानित किया। सम्मेलन का संचालन प्रवक्ता संजीव वाष्र्णेय ने किया। सम्मेलन में रिषी अग्रवाल, कौशल किशोर गुप्ता, आशीष उपाध्याय, सुधीर शर्मा, मदन गोपाल, योगेश वाष्र्णेय, भानु प्रकाश वाष्र्णेय, दीपेश अग्रवाल, अनिल दीक्षित, दुष्यन्त वर्मा आदि उपस्थित थे।