वजन सारणी में बच्चों का सही तरीके से हो चिन्हांकन, न होने पाए कोई लापरवाही-कुमार रविकान्त सिंह
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी कुमार रविकान्त सिंह के निर्देशानुसार पोषण मिशन द्वारा आयोजित वजन दिवस का द्वितीय चरण विकासखण्ड झींझक, सरवनखेड़ा, सन्दलपुर, मलासा, अकबरपुर तथा शहर स्लम एरिया के विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सकुशल सम्पन्न हुआ। उपरोक्त क्षेत्रों के विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रों पर मजिस्टेªट, प्रभारी सेक्टर अधिकारियों सहित मुख्य विकास अधिकारी के0के0 गुप्ता, परियोजना निदेशक, डीडीओ आर आर मिश्रा तथा डीपीओ राकेश यादव द्वारा भ्रमण कर विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण किया तथा अपने सम्मुख कई बच्चों का वजन कराया तथा किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय में कन्ट्रोल रूम जिसका दूरभाष नं0. 05111-.271396 पूरी तरह सक्रिय रहा जहाॅं से विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थिति का जायजा लिया जाता रहा। कन्ट्रोल रूम प्रभारी, सहित अन्य दो कन्ट्रोलरूमों में डीपीओ व डीपीआरओ कार्यालय का समूचा स्टाफ पूरी मुस्तैद रहा। मुरीदपुर स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र पर अपरान्ह 1.00 बजे तक 60 प्रतिशत बच्चों का वजन किया जा चुका था, केन्द्र पर प्रभारी रामप्यारी तथा केन्द्र सहायिका पुष्पा देवी पूरी तरह से मुस्तैद रहीं। आंगनबाड़ी कार्यकत्री रामप्यारी ने बताया कि बुुलावा टोली द्वारा गांव में बच्चों को बुलावा भेजा जा रहा है तथा शेष बचे बच्चों को भी केन्द्र तक लाकर उनका वजन किया जा रहा है। इसके अलावा माती, नबीपुर, पातेपुर, दरगवाॅं, जुनेदपुर आदि सहित सैकड़ों केन्द्रों पर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा बच्चों का वजन किया गया।
जिलाधिकारी कुमार रविकान्त सिंह द्वारा कन्ट्रोल रूम को पूरी तरह से सक्रिय होकर कार्य करने के निर्देश दिए गए थे इसके अलावा समय-समय पर अधिकारियों को उचित दिशा भी देते रहे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वजन दिवस पर कोई भी बच्चा न छूटे। पूरे मनोयोग से कार्य किया जाए। इसके अलावा बच्चों के माता-पिता/अभिभावकों को अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी देते रहे। उन्होंने विकासदूत/नोडल अधिकारी/सेक्टर प्रभारी तथा वजन दिवस ड्यूटी में कार्यरत आंगनबाड़ी, आशा, व एएनएम से भी यह अपेक्षा की कि वे तब तक वजन करते रहें जब तक कि 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों का शत प्रतिशत आंकड़ा पूरा न हो जाए। उन्होंने बताया जो बच्चा अति कुपोषित/कुपोषित की श्रेणी में चिन्हित किया जाए उसके समुचित उपचार व पोषण की कार्यवाही की जाए तथा उसे यथाशीघ्र पोषित की श्रेणी में लाया जाए। उन्होने यह भी कहा कि बच्चो का वजन लेते समय वजन सही आये बच्चे का एक सेकेन्ड के लिए कपड़े उतरवा दे या हल्के कपडे़ में वजन ले। जिला कार्यक्रम अधिकारी राकेश यादव ने भी कई आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्री से कहा कि सही वजन के लिए वजन मशीन को ठोस समतल जगह अथवा मेज पर रखा जाए। ताकि बच्चों का सही वजन किया जा सके। कोई भी बच्चा किसी भी परिस्थिति में छूटने न पाये, यदि कोई अभिभावक अपने बच्चे को केन्द्र तक ला पाने में असमर्थ है तो तुरन्त बुलावा टोली द्वारा बुलवाकर या ऐसे अभिभावकों के पास जाकर बच्चे का वजन करें।