कानपुर, जन सामना ब्यूरो। यूपी बोर्ड की परीक्षा केन्द्रों की स्थापना शासन द्वारा निर्धारित मानकों, विधि प्रतिक्रियाओं को मानते हुए ही केंद्रों का निर्धारण किया जाये, उन स्कूलों को केंद्र न बनाया जाये जिनके विरुद्ध एफ० आई० आर० हुई हो। हर परीक्षा केंद्र बनाने पूर्व संयुक्त निदेशक शिक्षा एवं मण्डल के सम्बन्धित जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक परीक्षा केंद्रों का परीक्षण कर के ही परीक्षा केंद्र बनाये। शासन की नीति का पालन न होने पर सम्बन्धित अधिकारी को दण्डित होना होगा। कानपुर नगर एवं कानपुर देहात के परीक्षा केंद्रों की पुनः अधिकारी समीक्षा करें और स्थिति से अवगत कराये। उक्त निर्देश आज मण्डलायुक्त मो० इफ्तेखारुद्दीन ने अपने शिविर कार्यालय में आयोजित हाई स्कूल एवं इण्टर के परीक्षा केंद्रों के निर्धारण के सम्बन्ध में दिये। उन्होंने इटावा जनपद में 101 परीक्षा केंद्र औरैया में 125 परीक्षा केंद्र फरुर्खाबाद में 93 परीक्षा केंद्र एवं कन्नौज में 153 परीक्षा केंद्रों के स्वीकृति प्रदान कर दी। परीक्षा केंद्रों के निर्धारण में यह भी देखा गया कि पूर्व में वहां परीक्षाएं शान्ति पूर्वक सम्पन्न हुई या नही यदि नही तो वहां क्या कार्यवाही की गयी। परीक्षा केंद्र स्थापना में छात्राओं को असुविधा न हो इस बात का भी विशेष ध्यान रखा गया हैं।
मण्डलायुक्त ने जिन विद्यालयों में परीक्षा केंद्र हेतु स्वीकृति प्रदान की गयी हैं वहां प्रश्नपत्रो की सुरक्षा एवं गोपनीयता पर विशेष ध्यान दिया जाये। उस कक्ष में आने जाने हेतु केवल अधिकृत व्यक्ति का ही प्रवेश होना चाहिए केंद्र पर उत्तर पुस्तिकायें रखने की उपयुक्त व्यवस्था होनी चाहिए। स्कूल की चार दीवारी एवं मुख्य प्रवेश द्वार पर गेट की अवश्य व्यवस्था होनी चाहिए तथा विद्यालय सम्पर्क मार्ग से जुड़ा होना चाहिए। परीक्षार्थियों का आवंटन विद्यालय कि धारण क्षमता के अनुसार होना चाहिए। मण्डलायुक्त ने कहा कि छात्रों को अधिक से अधिक 8-12 किलों मीटर से दूर न जाना पड़े इसका विशेष ध्यान रखा जाये इसी तरह बालिकाओं को भी 5 किलों मीटर से अधिक दूरी तय न करनी पड़े। बैठक में मुख्यरूप से मण्डल के जिलाधिकारी, संयुक्त शिक्षा निदेशक एवं मण्डल के जिला विद्यालय निरीक्षक आदि उपस्थित थे।