सासनी, जन सामना संवाददाता। जब आप खुद से प्रेम करने लगते हैं तो चीजें एका एक सुंदर और अर्थवान दिखाई देने लगती हैं। प्रसन्नता उत्कृष्टता और प्रेरणा के लिए अपने आप से प्रेम करना बहुत जरूरी है। अपने प्रति अच्छा भाव आपको अपने अन्य कामों में भी बेहतर प्रदर्शन का मौका देता है। मंगलवार को यह विचार सासनी- रुदायन मार्ग स्थित भट्टा वाले श्री हनुमान एवं श्री शनि महाराज मंदिर परिसर में हुए सत्संग के दौरान श्री राजूगिरी महाराज ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि अपने प्रति अच्छा महसूस करने पर हम शांति और सकारात्मकता के साथ अपने कामों को पूरा कर पाते हैं। अक्सर हम दूसरों के साथ व्यवहार में इतने ज्यादा व्यस्त होते हैं कि अपने प्रति ईमानदारी से एकाग्र नहीं हो पाते हैं लेकिन जब हम खुद के लिए समय निकालते हैं तो दुनिया पहले से ज्यादा बेहतर बन सकती है। हमारी समस्याओं, तनावों और चिंताओं का हल तभी निकल सकता है जबकि हम खुद से प्यार करें। जब आप अपने से प्यार करने लगते हैं तो आप शंका और चिंताओं से मुक्त हो जाते हैं। हम सकारात्मकता, शांति, आत्मविश्वास और प्रसन्नता के साथ अपने काम में आगे बढने लगते हैं। हमारे व्यवहार में एक खास तरह की तन्मयता झलकने लगती है। और अपने जीवन को आनंदमयी बना लेते हैं।