महिला अस्पताल में वापिस लौटाने पर हुई हालत खराब
विधायक के कहने पर किया था पुनः भर्ती-हुुआ हंगामा
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। नगर के जिला महिला अस्पताल में लापरवाहियों का अंबार है, मरीजों अगर खर्च करने वाला हो और संपन्न हो तो उसकी खूब आव-भगत की जाती है और अगर कोई गरीब का केस आ जाये तो उसे पहले ही हालत गंभीर कहकर वापिस लौटा दिया जाता है, कारण वह उनकी आवभगत नहीं कर पायेंगे। कुछ ऐसा ही हुआ जिला महिला अस्पताल में उस वक्त जब एक गरीब गर्भवती महिला को पहले वापस लौटाया गया, फिर वे प्राइवेट नर्सिंग होम गये वहां खर्चा ज्यादा होने के कारण भर्ती नहीं करा सके तो नगर विधायक के घर पहुंचे, जहां से फोन जाने पर महिला अस्पताल में भर्ती किया, लेकिन महिला ने दम तोड़ दिया। इससे परिजनों में आक्रोश छा गया और उन्होंने महिला अस्पताल में हंगामा कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत कराया।
बताते चलें कि थाना उत्तर क्षेत्र कबीर नगर निवासी राजा शंखवार की 30 वर्षीय पत्नी गुड्डी देवी गर्भवती थी और यह उसका दूसरा बच्चा था। डिलीवरी का समय नजदीक आने पर परिजन ई-रिक्शा द्वारा आर्थिक परेशानी होने के चलते जिला महिला अस्पताल लाये। जहां लापरवाही दिखाते हुये गंभीर हालत बता वहां से रवाना कर दिया। परिजन आर्य नगर स्थित शांति नर्सिंग होम में लेकर आये। जहां खर्चा ज्यादा बताया तो इतने रूपये न होने पर परिजन नगर विधायक के आवास पर पहुंचे, जहां अपनी पीड़ा से परिजनों ने अवगत कराया। उनके फोन करने पर जिला महिला चिकित्सालय में गर्भवती महिला को लेने की बात कही गयी। इसके बाद परिजन वहां जब लेकर पहुंचे तब तक महिला की मौत हो गयी। प्रसूता की मौत पर जिला अस्पताल में हंगामा हो गया। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गयी। शव को पोस्टमार्टम के लिये जिला अस्पताल लाया गया। अगर महिला को पहले ही महिला अस्पताल में भर्ती कर लिया जाता और उसे समय पर इलाज मिल जाता तो शायद वह और उसका बच्चा दोनों बच जाते।