कानपुर, चंदन जायसवाल। कानपुर में एक अनोखी शादी यहां देखने को मिली यहां पर एक युवक ने एक ऐसी लड़की से शादी की जिसके ऊपर कई वर्ष पहले कुछ लोगों ने तेजाब फेक दिया था जिसके बाद उसका पूरा चेहरा जल गया गया था और घटना के बाद लोग उसके चेहरे को देख डरने लगे थे। लेकिन युवक ने उसके साथ शादी कर समाज को एक मिशाल पेश की है। शहर के ढकनापुरवा इलाके में मोहम्मद शमसाद 30 वर्ष नाम के युवक ने सबीना से शादी कर समाज को दिखा दिया कि सूरत नहीं सामने वाले की सीरत पसंद करनी चाहिए। आप को बता दे कि सबीना की वर्ष 2005, 29 जून को उसके ऊपर सुबह 6 बजे एक युवक वसीम नाम ने तेजाब डाल दिया था जिसके बाद सबीना करीब तीन साल तक बेसुध रही उस समय सबीना चमनगंज में रहती थी जब पूरी तरह सबीना सही हो गई तो वह ढकनापुरवा में रहने लगी तभी उसके घर के सामने शमसाद रहता था। जिसकी पत्नी शाबिया जिसके दो बच्चे अलषिय 8 और अयान 6 उस समय बहुत छोटे थे। शाबिया की कुछ हरकते गलत थी जिससे शमसाद ने शाबिया को छोड़ दिया था तब साबीना ने उनके दोनों बच्चो को पाला था तब शमसाद के दिल में सबीना के लिए प्यार हो गया था, और शमसाद ने अपने घर वालो से सबीना से शादी करने का फैसला किया और घर वालो को सबीना के घर शादी के लिए सम्बन्ध भेजा था और कल गुरूवार को दोनों का निकाह मस्जिद में कराया गया।
शमसाद ने बताया कि हमारी पहले साबिया नाम लड़की से शादी हुई थी जिससे उसे दो बच्चे भी है। साबिया की हरकते सही नहीं थी जिसके बाद उसने साबिया को छोड़ दिया जबकि बच्चे शमसाद के साथ में ही रहते है। हमारे घर के सामने सबीना जबसे रहने लगी और हमारे बच्चे उनके घर पर आते जाते जिन्हें सबीना पालती यह देख सबीना के लिए मेरे दिल में प्यार हो गया तब अपनी फुफ्फी शाहजाहाँ बेगम को उनके घर रिश्ते के लिए भेजा और उनके घरवाले इस शादी के लिए राजी हो गए आज हम बहुत खुश है, शमसाद से जब संवाददाता ने इस बात के लिए पूछा कि सबीना का चेहरा तेजाब से जल गया उसके बाद भी उससे शादी की तो उन्होंने केवल यही बोला कि आदमी की सूरत नहीं सीरत देखनी चाहिए हमे सबीना पसंद आई तो हमने उससे शादी कर ली अब हमारे बच्चो को एक माँ और हमे एक अच्छी पत्नी मिल गई है।
सबीना 26 ने बताया कि जब वसीम हमसे एक तरफा प्यार करता था जबकि हम उसको जानते तक नहीं थे जिसके बाद उसने हमारे ऊपर तेजाब फेक दिया तब से मेरी जिंदगी बेरंग जिसके बाद काफी समय तक तो मुझे कुछ याद तक नहीं था और हम लोग यहां पर आकर रहने लगे उसके बाद इनके दो छोटे छोटे बच्चे थे और हम उन्हें प्यार करते थे और रखते थे। यह देख शमसाद ने हमे देखा और शादी के लिए हमारे पिता के पास सम्बन्ध भेजा था जिसके बाद हमारी शादी हो गई। तेजाब काण्ड से पहले हमने भी शादी के सपने सजाये थे लेकिन उसके बाद हमें नहीं लगता था कि अब हमारी शादी हो पायेगी लेकिन इन्होंने हमसे शादी कर हमे एक नई जिंदगी दी है। पहले की जिंदगी बहुत दर्दनाक थी। तीन साल हमारा इलाज चला है। हम दो भाई और तीन बहन हैं इलाज के दौरान घर में सब कुछ बिक गया था। मोहम्मद तुफैल अहमद सबीना के पिता ने बताया कि तेजाब काण्ड के बाद से हम लोगों पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा था। बेटी का इलाज और मुकदमा भी लड़ना इसके साथ बस यही सोचता था कि अब मेरी बेटी से शादी कौन करेगा लेकिन ऊपर वाले ने मेरी बेटी के लिए मसीहा भेजा और आज मेरी बेटी की शादी हो गई, हमे नहीं लगता था कि अब मेरी बेटी की कभी शादी हो पायेगी। इस मंजर को याद करते है तो दिल काप उठता है। बेटी पर तेजाब फेकने वाला युवक वसीम जेल में बंद है।